जिला अस्पताल बालोद में जच्चा बच्चा मौत मामला- हंगामे के बाद डॉक्टर कह रहे महिला की बढ़ गई थी बीपी, परिजनों ने लिख कर दिया था हम यही प्रसव करवाएंगे इधर नगर पालिका अध्यक्ष ने प्रबंधन पर जताई नाराजगी, पीड़ित परिवार की भी की आर्थिक मदद
बालोद। जिला अस्पताल बालोद में आज सुबह पारागांव उमरादाह की गर्भवती महिला बिटान बाई की मौत हो गई। गर्भ में 2 बच्चे भी थे। जो इस दुनिया में आने से पहले ही चल बसे। इस बड़ी घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने जिला अस्पताल में दोपहर तक हंगामा जारी रखा। बिना उचित कार्रवाई व मुआवजे के परिजन लाश लेने से इनकार करते रहे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम, तहसीलदार, डीएसपी सहित अन्य अमला भी पहुंच गया। लेकिन परिजन शांत नहीं हुए। दोषी डॉक्टरों व स्टाफ पर कार्यवाही की मांग होती रही। dailybalodnews.com में भी खबर प्रकाशन के बाद जनप्रतिनिधि भी आगे आए। नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा मामले की खबर मिलने के बाद जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर कर व्यवस्था सुधारने की मांग की। उन्होंने भी मामले की जांच कर दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं पीड़ित परिवार को ₹20000 तत्कालीन अपनी ओर से आर्थिक मदद करते हुए कहा कि वो पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। दोषियों पर कार्रवाई जरूर होगी। जिसके बाद परिजन ने उनका आभार व्यक्त करते हंगामा बंद किया। और अब महिला के शव की अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं।
अस्पताल पहुंचे नपा अध्यक्ष विकास चोपड़ा
इधर सिविल सर्जन कह रहे परिजनों ने लिख कर दिया है हम यही करवाएंगे इलाज
तो वहीं इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ बीएल रात्रे का कहना है कि महिला को जब लाया गया तो उसकी बीपी बढ़ी हुई थी। अभी बच्चा भी 8 माह का है। 9 माह पूरा नहीं हुआ था। बीपी के हिसाब से उसका ट्रीटमेंट कर रहे थे। परिजनों ने भी लिख कर दिया था कि हम यही प्रसव(इलाज) करवाना चाहते हैं। उस हिसाब से इलाज जारी भी था। उस समय रिफर करने वाली कोई स्थिति पैदा नहीं हुई थी। समय समय पर पूरा ट्रीटमेंट दिया गया है। इसके सभी डॉक्यूमेंट हमारे पास है। लापरवाही वाली कोई बात नहीं है। परिजन गलत आरोप लगा रहे हैं।