सीआरपीएफ व सेना में चयनित होकर लौटे दो युवा, ग्रामीणों ने सर आंखों पर बिठाया
बालोद। सीआरपीएफ व सेना में चयनित होकर ट्रेनिंग पूरा करके जब दो युवा अपने-अपने गांव लौटे तो ग्रामीणों ने उनका स्वागत सम्मान किया। बाजे गाजे के साथ थाल सजाकर उनकी आरती उतारी। ग्रामीणों ने देश सेवा की प्रेरणा देते हुए युवाओं को सर आंखों पर बिठाया। यह आयोजन हुआ ग्राम कोहंगाटोला व खुरसुनी में।
कोहंगाटोला में लेखराम देवांगन का चयन सीआरपीएफ में हुआ है। उनके पिता चंपा लाल देवांगन कृषि से जुड़े हैं। मध्यप्रदेश नीमच में ट्रेनिंग में गए थे। 9 माह की ट्रेनिंग लेकर उनका बेटा लौटा। इस दौरान
परिजन सहित सरपंच हिरौंदी छगन साहू, ग्राम पटेल गुमान देवांगन, सन्तोष देवांगन गोविंद देवांगन, समस्त ग्रामवासियों ने युवक का स्वागत सम्मान किया।
इसी तरह खुरसुनी में भी युवाओं ने उत्कृष्ट पहल की। 4 सालों से कड़ी मेहनत कर सफलता को प्राप्त कर तामेश्वर निर्मलकर पिता गोपीराम निर्मलकर का सेना में चयनित होने के पश्चात प्रथम घर आगमन पर परिवार, मित्रजन एवं ग्राम निवासियों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। युवाओं का मुख्य उद्देश्य अन्य युवा जो सेना व पोलिस की तैयारी में है, उनको प्रेरित करना है। स्वागत में उनके परिवार के साथ वागीश बंजारे, संदीप चंद्राकर, भूपेश, नेमचंद, भूषण, छत्रपाल, ललित, टिकेश्वर, प्रेमचंद एवं अन्य सभी ग्राम वासी उपस्थित थे।