डौंडी में धरने में बैठे सहायक शिक्षक, पढ़िए क्या है वजह?
डौंडी। शनिवार को छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर विकासखंड डौंडी जिला-बालोद में अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज हुआ । जिसमें विकासखंड के समस्त सहायक शिक्षक अपनी मुख्य मांग वेतन विसंगति दूर करवाने के लिए हुंकार भरते हुए सम्मिलित हुए।सर्वप्रथम आंदोलन स्थल पर माँ सरस्वती की की पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात कोरोना महामारी में दिवंगत शिक्षक साथियों को श्रद्धांजलि दी गई।आज विकासखंड के लगभग 550 सहायक शिक्षकों ने अपनी मुख्य मांग वेतन विसंगति दूर कराने के लिए चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया,जो मांग के पूरी होते तक जारी रहेगी।विदित हो कि सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने के लिए राज्य शासन ने संघ से 3 माह का समय लेकर कमेटी का गठन किया था,जिसमें सरकार ने आश्वासन दिया था कि 3 महीने के अंदर सहायक शिक्षकों की मांग पूरी हो जाएगी।किन्तु 3 माह बीत जाने के बाद भी न ही प्रशासन ने सरकार को रिपोर्ट सौंपी और न ही सरकार ने कोई सुध ली।जिसके कारण सहायक शिक्षकों का आक्रोश बढ़ता गया और 1 लाख 9 हजार सहायक शिक्षकों ने 5 दिसम्बर 2021 को सरकार को अल्टीमेटम दिया तथा आज दिनांक 11-12-2021 दिन शनिवार से अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले गए,जिससे ब्लॉक के 172 स्कूलों में तालाबन्दी की नौबत आ गयी।पर सरकार अभी भी वेतन विसंगति पर मौन है,जिससे छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक खुद को छला महसूस कर रहे हैं। आक्रोशित सहायक शिक्षक 13 दिसम्बर को विधानसभा का घेराव करेंगे जिसमें राज्य के सभी सहायक शिक्षक शामिल होंगे । साथ ही विकासखंड डौंडी के सहायक शिक्षक फेडरेशन की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। आंदोलन को शालेय शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री राकुमार भोयर एवम समस्त पदाधिकारियों का समर्थन मिला। आंदोलन में ब्लॉकध्यक्ष प्रह्लाद कोशमार्य,उपाध्यक्ष बसंतमणी साहू,जैलेंद्र रामटेके, सचिव अनिल देवांगन महिला मोर्चा उपाध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा साहू तथा विकासखंड डौंडी के समस्त सहायक शिक्षकों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन में भाग लिया और संकल्प लिया कि जब तक सरकार वेतन विसंगति दूर नही करती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा ।