राज्यपाल सहित विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने जाना सीड बाल का महत्व, शिक्षक ने दिया उन्हें यह गिफ्ट
डौंडी। क्रांतिवीर कंगला मांझी की 37 वी स्मृति दिवस के चार दिवसीय कार्यक्रम के अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके की उपस्थिति रही।कार्यक्रम के इस अवसर पर नवाचारी शिक्षक टुमन लाल सिन्हा, प्रभारी प्रधानपाठक शासकीय प्राथमिक शाला ककरेल, विकासखंड डौंडी, जिला बालोद, ने राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके को पढ़ाई तुंहर दुआर 2.0 के अंतर्गत दस दिन बस्ता विहीन, कार्ययोजना के तहत बच्चों द्वारा बनाए गए सीड बाल भेंट किया गया। सीड बाल भेंट करने से पूर्व राज्यपाल श्री सुश्री अनुसुइया उइके के साथ आए तमाम केंद्रीय व राज्य स्तरीय अधिकारियों को सीड बाल की निर्माण विधि, इसके उपयोग और इसके लाभ, के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई । इसके साथ ही साथ शिक्षा विभाग द्वारा जारी पढ़ाई तुंहर दुआर 2.0 में संचालित सभी कार्ययोजनाओं के बारे में भी अवगत कराया गया। क्रांतिवीर कंगला मांझी की 33 वी स्मृति दिवस के अवसर पर विभिन्न राज्यों से आए क्रांतिवीर कंगला मांझी के अनुयायियों को भी सीड बाल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए , उन्हें एक-एक सीड बाल उपहार स्वरूप भेंट करते हुए छत्तीसगढ़ की उत्कृष्ट शिक्षा व्यवस्था के बारे में बताया गया तथा किस प्रकार से कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ के शिक्षकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर नए-नए प्रयोगों के माध्यम से सुचारू रूप से बच्चों को पढ़ाया इसकी जानकारी दी गई। कार्यक्रम के इस अवसर पर राजमाता श्रीमती फुलवा देवी कांगे अध्यक्ष, कुंभ देव कांगे उपाध्यक्ष, आर एस वी के सचिव, जनजातीय अध्यक्ष श्री नितिन पोटई व श्रीमांझी जी अंतर्राष्ट्रीय समाजवाद आदिवासी किसान सैनिक संस्था नई दिल्ली व अखिल भारतीय माता देववाडिन समाज समिति की उपस्थिति रही।
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