इस बार नहीं होगा राज्योत्सव समारोह, सिर्फ भवनों को रोशन करके मनाया जा रहा है राज्योत्सव, पहले होता था 3 से 5 दिन तक आयोजन
बालोद । इस बार का राज्योत्सव फीका रहने वाला है। कल राज्य स्थापना दिवस है लेकिन अब इस बार कोई बड़ा समारोह नहीं होगा। वजह कोरोना काल को बताया जा रहा है ।शासन प्रशासन द्वारा यही निर्देश दिया गया था कि राज्य उत्सव की पूर्व संध्या सरकारी भवन, दफ्तर को रोशन किया जाए। इस निर्देश के मद्देनजर शनिवार की शाम को जिले के सरकारी भवनों मसलन स्कूल व अन्य दफ्तरों को झालर लाइटों से सजाया गया है। जैसा कि राष्ट्रीय पर्व की पूर्व संध्या से सजाया जाता है। इस बार राज्य उत्सव पर कोई सांस्कृतिक या बड़ा आयोजन ना होने से कलाजगत में मायूसी भी देखने को मिल रही है। तो वही लोग उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब कोरोना पूरी तरह खत्म हो जाए और पहले की तरह लोग स्वतंत्र होकर अपनी जीवनशैली को आगे बढ़ा सके।
इस तरह होता था आयोजन
ज्ञात हो कि बालोद के सरदार पटेल मैदान में भी पहले राज्योत्सव के दौरान आयोजन होता था। सभी विभागों के स्टाल यहां लगाया जाता था। दो से तीन दिन तो कभी कभी पाँच दिनों तक होने वाले इस आयोजन में संबंधित विभाग के अधिकारी प्रदर्शनी लगाकर अपने विभागों की योजनाओं की जानकारी देते थे। तो वहीं जिले भर के अलग-अलग प्रतिभाओं का प्रदर्शन भी यहां होता था। इस बार कोई आयोजन नहीं होने से मैदान में सन्नाटा तो रहेगा ही तो लोग पुराने दिनों को याद करके भी मायूस हो रहे हैं। हालांकि इस बात की उम्मीद भी जताई जा रही है कि जल्द वह दिन फिर से लौट आएगा जब हम राज्य उत्सव का जश्न फिर से मना पाएंगे।
कलेक्टर ने दिए थे रोशनी के निर्देश
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिले के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने संस्थानों में राज्योत्सव के पूर्व संध्या रोशनी करने के निर्देश दिए थे। इस दौरान कई जगह पर रंगीन झालर लाइट लगाए गए हैं। तो कई जगह दीप जलाकर भी रोशनी की गई है। बालोद कुंदरू पारा प्राइमरी स्कूल को रंगीन झालर से सजाया गया है तो वहीं कई दफ्तरों को भी उनके संस्था प्रमुखों द्वारा सजावट की गई है।