Exclusive-छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का बालोद जिले में भी होगा विस्तार, गंगा मैया मंदिर झलमला में हुई पहली बैठक, पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आगे आएगा यह संगठन
बालोद। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का विस्तार अब बहुत जल्दी बालोद जिले में भी होने जा रहा है। दुर्ग भिलाई में यह संगठन पहले से मजबूती से काम कर रहा है। इसका विस्तार अब बालोद जिले में भी होने वाला है। इसकी तैयारी के लिए पहली बैठक गंगा मैया मंदिर झलमला में हुई। जहां पर बालोद जिले के स्थानीय सदस्य एवं आसपास जैसे गुंडरदेही, बालोद, राजनांदगांव के सक्रिय सदस्य भी शामिल हुए और बालोद जिले में संगठन के विस्तार को लेकर चर्चा हुई।
इस संगठन के सेना पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए काम करेंगी। विगत दिनों बालोद के पाररास में बिजली कंपनी का ठेका कर्मचारी महेंद्र साहू निवासी जामगांव बी की करंट लगने से अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उसे मुआवजा दिलवाने के लिए भी इस संगठन के लोगों ने काफी संघर्ष किया।4 दिनों तक अस्पताल में हड़ताल पर डटे रहे और आंदोलन हुआ।जिसका असर था कि पीड़ित परिवार को ₹17 लाख तक मुआवजा मिला। इसी तरह बालोद जिले में अगर कहीं कोई घटना होती है कोई भी गरीब छत्तीसगढ़िया व्यक्ति के साथ अन्याय होता है तो वहां पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना खड़ी होगी। अलग-अलग वर्ग को भी यह सेना समर्थन देगी ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई जा सके।
बैठक में शामिल योगेश्वर देशमुख, शशिभूषण चन्द्राकर, रेमन साहू ने बताया कि धीरे-धीरे संगठन का विस्तार होना है। अगली बैठक में पदाधिकारियों का भी चयन किया जाएगा। देखा जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से बालोद जिला में संगठन की सक्रियता बढ़ी हुई है। जैसे कि कुछ महीने पहले आदिवासी समाज के आंदोलन में समर्थन दिया गया एवं सरकारी जमीन को बेचने के खिलाफ भी छत्तीगढ़िया क्रांति सेना मैदान में उतरी थी। अभी हाल ही में बालोद जिले में हुई एक घटना, जिसमें बिजली कंपनी के ठेकेदार की लापरवाही की वजह से काम करने वाले एक स्थानीय युवक की मृत्यु हो गई, इसको लेकर भी क्रांति सेना प्रदेश स्तर पर लामबंद हो गई थी। छत्तीसगढ़िया समाज के ऊपर हो रहे शोषण के खिलाफ लड़ने को तैयार यह संगठन की धमक लगभग छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में हो चुकी है। जात पात के करव विदाई, छत्तीसगढ़िया भाई-भाई के नारे के साथ संगठन छत्तीसगढ़ के रहवासियों में अपनी पैठ जमा रही है। अब इसका विस्तार जिले में भी होगा ताकि अगर कोई भी शोषित हो रहा है तो शोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना उसके साथ खड़ी होगी। बैठक में प्रमुख रूप से देवेन्द्र साहू, राजू साहू , दुष्यन्त देशमुख, चंद्रकांत साहू, ललित कावरे सहित अन्य उपस्थित रहे।