बालोद। बालोद से घोटिया मार्ग इन दिनों बदहाल होता जा रहा है। वजह है भारी वाहनों की लगातार आवाजाही। लगातार वाहनों की आवाजाही से सड़क उखड़ने लगी है, तो वहीं लगातार रेत से भरी गाड़ियों के चलते सड़क खराब हो रही है। कई जगह दलदल की स्थिति निर्मित हो गई है। प्रमुख रूप से जब रानी माई मंदिर घाटी उतरते हैं तो सड़क इतनी खराब हो गई है, वहां गुजरते समय अन्य वाहन चालकों को भी डर लगता है। सड़क मरम्मत को लेकर विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे राहगीरों में भी नाराजगी है तो वहीं ऐसे हालात में घाटी में ही सड़क खराब होने से खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
ग्रामीणों द्वारा शासन प्रशासन से मांग की गई है तो मरम्मत व सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाए। तभी सड़क रहेगी वरना उखड़ जाएगी। ज्ञात हो कि इस सड़क का निर्माण कुछ साल पहले ही हुआ है। अभी से ही सड़क उखड़ने से गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगा है। सिंघोला के भोला राम नेताम व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अगर यही हाल रहा तो सड़क फिर चलने लायक नहीं रहेगी। क्षेत्र से कई जगह से नदियों से रेत का परिवहन लगातार हो रहा है। बड़ी-बड़ी हाईवा यहां से गुजरती है। जिससे यह सड़क तेजी से खराब हो रही है। जबकि ऐसे रास्तों में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है। लेकिन रेत गाड़ियों के चलते सड़क का तेल ही निकलने लगा है। यानी कह सकते हैं कि इसी रफ्तार से अगर इस रास्ते पर भारी वाहन चलते रहे तो सड़क एक 2 सालों के भीतर पूरी तरह से खत्म हो जाएगी और सिर्फ गिट्टी और मिट्टी ही नजर आएगी।