गुरुर में गज आतंक जारी, रात में अलाव जलाकर निगरानी
गुरुर ब्लॉक के जंगलों में फिर उत्पात मचा रहा हाथियों का दल
बालोद।
इन दिनों एक बार फिर गुरुर ब्लॉक के जंगलों में चंदा हाथियों का दल उत्पात मचाने में तुला हुआ है। जहां वह किसानों की फसल को रौंद रहे हैं तो बस्ती में भी घुसने का डर बना हुआ है। जिसके चलते वन विभाग को पहले से ज्यादा अलर्ट रहना पड़ रहा है तो वही रात में अलाव जलाकर भी सुरक्षा करनी पड़ रही है।
अभी भी लोकेशन के मुताबिक हाथियों का दल पेटेचुआ व बड्भूम के जंगल में है। जो बड़भूम सहायक परीक्षेत्र व गुरुर वन परिक्षेत्र में आता है। जिसके चलते आसपास के गांव भेजा जंगली, केशोपुर बड़भूम पेटेचुआ नारागांव दुग्गा बाहरा, नगझर मंगचुआ को अलर्ट किया गया है। लगातार वन विभाग का अमला यहां डटा हुआ है और 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में हाथी दलों की निगरानी की जा रही है। तो दूसरी ओर हाथियों द्वारा फसलों को रौंदे जाने से उन्हें काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। लगातार गुरुर क्षेत्र के कई गांव के खेतों में फसल को रौंदते हुए आगे बढ़ रहे हैं तो कई बार दोबारा उन खेतों में घुस जा रहे हैं। विगत दिनों ग्राम जंगली भेजा में धान की फसलों को बर्बाद कर दिया गया था। अब पेटेचुआ में इनका डेरा बना हुआ है। इसके पहले यह हाथी दल मंगलतराई की ओर चले गए थे। हाथी लगातार आसपास के जंगलों में ही घूम रहे हैं और खेतों में जाकर उधम मचा रहे हैं। बता दें कि कुछ माह पहले डौंडी क्षेत्र में खेत में हाथी के द्वारा बालोद के एक किसान को कुचल कर मार दिया गया था। जिसके बाद से किसान खेतों की ओर जाने से घबराते हैं। तो वन विभाग भी सचेत कर रहा है। ऐसे में किसान बेबस नजर आ रहे हैं और हाथी बेधड़क खेतों में घुसकर उत्पात मचा रहे हैं। गुरुर वन परिक्षेत्र अधिकारी एचआर साहू का कहना है कि जिन किसानों का फसल बर्बाद हुआ है ऐसे किसान वन विभाग के पास मुआवजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। पीड़ित किसानों को जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा। गांव में लगातार मुनादी करके ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है कि वह जंगल की तरफ ना जाए। हाथियों से किसी भी तरह की छेड़खानी ना करें। हाथी दल पर छेड़छाड़ होने पर हाथी कभी भी आक्रामक हो सकते हैं।