EXCLUSIVE- जंगल छोड़ बस्ती की ओर आ पहुंचा हाथी, डौंडी के इस गांव में ग्रामीण के घर घुसा, केले के पेड़ को तोड़ा, डीएफओ की गाड़ी को भी दौड़ाया, देखिए तस्वीरें और पूरा घटनाक्रम
बालोद/ डौंडी। डौंडी ब्लॉक के गांव में हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। अब तक चलते चलते जंगल से लगे हुए खेतों की फसल को हाथी रौंद रहे थे। अब तो गांव में भी घुसने लगे हैं। आज बड़ा मामला डौंडी ब्लॉक के ग्राम लिमउडीह में सामने आया।
जहां उक्त हाथियों के दल में से एक हाथी एक ग्रामीण दुर्गु राम मंडावी के घर घुस गया। जहां उसके केला के पेड़ को तोड़ दिया। इस घर के कुछ ही दूर पर स्थित तालाब में भी हाथी पानी पीने के लिए आए थे। हाथियों को पानी पीते देख कर घर मालिक ताला लगाकर वहां से भाग गया था तब उसकी जान बच पाई। वरना फिर उस पर भी हमला हो जाता । इधर ट्रेसिंग करते पहुंची वन विभाग की टीम पर हमला करने के लिए हाथी के दौड़ने की भी बात सामने आई है । बताया जाता है कि डीएफओ सतोविशा समाजदार व अन्य अमला सड़क पर बोलेरो में ही थे। हाथी घर में हुआ था।
फिर वह आक्रामक होने लगा और डीएफओ की गाड़ी की ओर दौड़ने लगा। तुरंत गाड़ी चालू करके अधिकारी आगे बढ़े। फिर हाथी वापस लौट कर चला गया और बांकी हाथी खुर्सीटिकुर और लिमउडीह के जंगल में घूम रहा है। ग्रामीणों में दहशत बढ़ गई है तो वहीं ग्रामीणों को सचेत किया गया है कि वे सुरक्षित जगह पर रहे। जिनके घर जंगल से एकदम ही सटे हुए हैं जहां आसपास हाथियों का झुंड है उन्हें दूसरी जगह पर जाने के लिए कहा गया है। कुछ दिनों के लिए लोग अपने पहचान के अन्य लोगों के घर पनाह भी ले रहे हैं । लिमउ डीह के नयापारा में हाथी घुस गए थे। जिसके बाद से इस मोहल्ले के लोगों को अब रात में भी कुछ अनहोनी होने का डर सताने लगा है । तो वहीं विभाग ने लोगों को हौसले व हिम्मत से काम लेने कहा है। विभाग हाथी को पकड़ती नहीं उन्हें सुरक्षित जंगल की ओर ले जाने की कोशिश करती है। इस काम में विभाग का अमला दिन-रात एक करके जुटा हुआ है।
गांव में घुसने से रोकने के लिए मोर्चा संभाल रही थी डीएफओ
बताया जाता है कि लिमउडीह अब हाथियों का झुंड बस्ती की ओर बढ़ रहा था तो उन्हें रोकने के लिए डीएफओ ने अपनी जान जोखिम में डाली। लगातार बोलेरो में बैठ कर रोड पर गाड़ी चलवा रहे थे ताकि हाथियों का झुंड इस ओर ना आए और वह बस्ती की ओर ना बढ़े लेकिन कुछ देर के लिए एक हाथी आक्रामक हो गया और वह गाड़ी की ओर दौड़ने लगा ।लेकिन थोड़ी देर बाद स्थिति सँभली और हाथी वापस जंगल की ओर चला गया। लोगों को डीएफओ ने अपील की है कि वे सावधानी बरतें किसी तरह की लापरवाही ना करें ।अन्यथा स्थिति बिगड़ सकती है। हाथियों को शांत चुपचाप जंगलों से होकर जाने दे। उन्हें किसी तरह की छेड़खानी ना करें। अगर कहीं कोई बस्ती में भी हाथी दिखता है या कहीं कोई हाथी होने की खबर मिलती है तो तत्काल विभाग को सूचना देने की अपील भी की गई है। ज्ञात हो कि लोकेशन ट्रेस करके विभाग अपने स्तर पर पता करती है कि हाथी किस दिशा में और कहां गए हुए हैं। बीच में हाथी भानूप्रतापपुर की ओर बढ़ गया था फिर वापस आ गया। इससे अब जिले के वन विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है कि कैसे लोगों को सुरक्षा प्रदान करें और हाथियों को सुरक्षित जंगल से रवाना करें।