बालोद। विगत दिनों वाट्सएप ग्रुप में बालोद जिला के जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा एक विवादित टिप्पणी की गई थी। जिसमें लिखा गया था कि हराम का वेतन पाने की प्रवृत्ति बढ़ गई है। इस टिप्पणी पर शिक्षक संगठन बौखला गया है तो वही इस मुद्दे पर मंगलवार को प्रदेश शिक्षक फेडरेशन ने आंदोलन भी शुरू कर दिया।
शाम को 4:00 से 7:00 बजे तक फेडरेशन के पदाधिकारी और शिक्षक भी दफ्तर घेर कर बैठे रहे। डीईओ परिसर में जमकर हंगामा भी हुआ। प्रांतीय महामंत्री चंद्रभान निर्मलकर आंदोलन का नेतृत्व करने पहुंचे। जब नारेबाजी करते हुए पदाधिकारी परिसर में दाखिल हुए तो कोई भी जवाबदार अधिकारी ना होने पर प्रांतीय पदाधिकारी भड़क गए और नायब तहसीलदार भरद्वाज से कहने लगे यह क्या तरीका है, ईट से ईट बजा देंगे, समझते क्या हो।
मामला गरमाते देख थाना प्रभारी जीएस ठाकुर सहित अन्य अमला भी पहुंचा और पदाधिकारियों को समझाने की कोशिश की गई। लेकिन पदाधिकारी अपनी मांग पर अड़े रहे। कहने लगे कि डीईओ को उस विवादित टिप्पणी के लिए जवाब देना होगा, उन्हें माफी मांगनी होगी। वरना उन्हें हटवाने के लिए हम राजधानी तक जा सकते हैं। फेडरेशन के जिला अध्यक्ष राधेश्याम साहू सहित अन्य पदाधिकारी सीबी साहू, टीपी कौशल ने कहा कि हम उनसे बात करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे लेकिन वह समय ही नहीं देते हैं और टालमटोल करते हैं। यह रवैया ठीक नहीं है। उनके इन्हीं आदतों के चलते हमें आज घेराव करने के लिए बाध्य होना पड़ा। अगर यही स्थिति रही तो हम फिर उनके खिलाफ राजधानी तक जाने तैयार हैं और उग्र प्रदर्शन करेंगे। देर शाम तक अधिकारी भी मामले को सुलझाने के लिए डटे रहे। देखें वीडियो और फोटो कैसे चला नारेबाजी, हंगामे व घेराव के दौरान अलग-अलग तरह से प्रदर्शन का दौर,,,,।