बालोद/डौंडी( लक्ष्मीकांत बंछोर)। लगता है सरगुजा क्षेत्र से निकले हाथियों के झुंड को बालोद का जंगल पसंद आ गया है। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि पहली बार ऐसा हुआ है जब झुंड जंगल छोड़कर गया लेकिन रातों-रात फिर वापस आ गया। दरअसल में विगत दिनों से गुरुर, डौंडी क्षेत्र के जंगलों में घूम रहे हाथियों का दल कल तक शाम रात को भानूप्रतापपुर की ओर बढ़ चुका था।
लेकिन सुबह जब विभाग ने ट्रेस किया तो पता चला कि वह तो वहां से वापस फिर से डौंडी रेंज में आ गया है। वर्तमान में झुंड तुमड़ी सुर और रजोलीडीह के बीच में होने की बात सामने आ रही है। पदचिन्ह तलाशते हुए डीएफओ सतोविशा समाजदार, रेंजर पुष्पेंद्र साहू सहित अन्य अमला हाथियों को पदचिन्ह तलाशते ट्रेस कर रहा है।
तो वहीं आसपास के गांव के लोगों को सचेत भी किया जा रहा है। हाथियों की वापसी होने से एक बार फिर वनांचल में दहशत बढ़ गई है तो लोगों से अपील की है कि हाथियों को किसी भी तरह से छेड़खानी ना करें।
उन्हें गांव में आने से रोकने के लिए ही उचित इंतजाम करें तो वही जंगल की ओर जाने से बचे। रात में पहरेदारी के निर्देश भी दिए गए हैं। ज्ञात हो कि भानूप्रतापपुर की ओर आगे बढ़ चुके हाथियों के झुंड की जब कल तक पुष्टि हुई थी तो बालोद जिले का वन हमला निश्चिंत हो गया था कि अब खतरा टल गया है लेकिन हाथियों की वापसी ने फिर से धड़कन तेज कर दी है।