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राजनांदगांव/मोहला। कोविड-19 के चलते स्कूलों के बंद होने के बाद भी बहुत से शिक्षकों द्वारा गांव के बच्चों को मोहल्ला क्लास के रूप में पढ़ाई कराई जा रही है। इस कड़ी में मोहला के शिक्षकों की नई पहल से स्मार्ट टीवी द्वारा छोटी छोटी टोलियों में बच्चों को अध्यापन कराया जा रहा, जो बहुत ही अनुकरणीय बात है। गोटाटोला संकुल के शालाओं के मोहल्ला क्लास का अवलोकन एपीसी सतीश ब्यौहारे, एबीईओ राजेन्द्र कुमार देवांगन व सीएसी आलोक मसीह द्वारा किया गया। अवलोकन के दौरान सतीश ब्यौहारे ने शिक्षकों के नवाचार व स्वप्रेरित प्रयासों की सराहना की तथा सीएसी के कार्यो की प्रसंशा की।

ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग की पहल से पढ़ई तुंहर दुआर योजना अंतर्गत बहुत से गाँवों में मोहल्ला क्लास लगाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इस योजना को नए रूप देते हुए मोहला ब्लॉक में शिक्षकों द्वारा स्मार्ट टीवी लगाकर डिजीटल पढ़ाई कराने की कोशिश किया गया है, जो कि पूरे प्रदेश में अनूठा प्रयास है। इस नवाचार को प्रेरित करने वाले विभाग के अधिकारी सतीश ब्यौहारे व राजेन्द्र देवांगन है।

सीएसी आलोक मसीह ने बताया कि अवलोकन की कड़ी में अधिकारियों द्वारा गोटाटोला, बांधाटोला, मोहभट्टा व सलामपारा के मोहल्ला क्लास देखा गया। संकुल के सभी शालाओं में कोविड-19 के बचाव के सभी उपायों के साथ मोहल्ला क्लास लगाई जा रही है जिसमे ग्रामीणों व सरपंचों का भी सहयोग मिल रहा है। अधिकारियों ने अनिल देवांगन, धरमू आर्य, आशा टांडिया, महेश्वरी यादव, पिलेश्वरी देशमुख, शिक्षा सारथी ध्रुवा, संतुला टीकम, कुमेंद्रसाय पडोती, तुलाराम दूधकौरे, हुमन लाल कोरसिया, मोहन लाल साहू, शिक्षा सारथी सुनीता निषाद, सावित्री कोसमा, शिक्षा सारथी कु रामेश्वरी पुरामे के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि छोटे छोटे प्रयासों से इस कठिन समय मे भी शिक्षकों का सामने आकर कार्य करना, शिक्षा विभाग के लिए बहुत ही अनुकरणीय बात है। गोटाटोला संकुल के शिक्षक पहले भी बहुत सक्रिय कार्य करते रहे है और इस कोरोना संक्रमण काल में गांव गांव जाकर पढ़ाना वाकई उनके कर्तव्यनिष्ठता को दर्शाता है।

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