बालोद । निजी विद्यालय संगठन की बैठक संस्कार शाला बालोद में आयोजित की गई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कुल एसोशियेसन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव गुप्ता एवं प्रदेश सचिव मोती जैन उपस्थित थे। उपस्थित निजी विद्यालयों के संचालकों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सत्र हम सभी के लिए काफी तकलीफदायक रहा है, इसके लिए हम सभी को इस संकट में धैर्य और विश्वास बनाये रखना है। आगामी फीस विनियामक अधिनियम 2020 की विस्तृत व्याख्या कर शंका समाधान किया। आरटीई प्रतिपूर्ति राशि के संबंध में प्रदेश स्तर पर की जा रही कार्यवाही के संबंध में जानकारी दी और कहा कि शीघ्र ही किस्तों की भुगतान संबंधित स्कुलों के खातों में भेजने की संचालनालय द्वारा कार्यवाही की जा रही है । उन्होंने जिला स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा प्रयास करने के लिए आवश्यकता पर जोर दिया ताकि संगठन के माध्यम से शासन से अपने हक और अधिकार की लड़ाई लड़ सकें। उन्होंने उपस्थित संचालकों द्वारा पूछे गए समस्या का समाधान हेतु सुझाव दिया तथा सभी संचालकों को अपनी स्कूल की अस्मिता बनाए रखने धैर्यता बनाये रखने की अपील की।
इस अवसर पर प्रदेश सचिव मोती जैन ने संचालकों को कहा कि हमारे निजी स्कूलों को लोग गलत नजरिए से देख रहे हैं। जबकि हम स्कूल वाले पालक और बच्चों के बीच सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने सभी संचालकों से अपील की कि बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कमी ना रह पाए, इसके लिए अपने अपने तरीके से सतत प्रयास करते रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन में जिला संगठन के अध्यक्ष कमल नारायण साव ने निजी स्कूलों की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए प्रदेश कार्यकारिणी से उचित दिशा निर्देश और मार्गदर्शन देने का निवेदन किया। आभार प्रदर्शन सुमन साहू एवं कार्यक्रम का संचालन ललित सिंह गौर ने किया। इस अवसर पर संचालकगणों में प्रमुख रुप से राजेश सोनी, राधिका गुप्ता, संगीता तिवारी, गेंदलाल सिन्हा, पूरण साहू, मनोज सिंह एवं बालोद जिले के लगभग 35 निजी विद्यालयों के संचालकगण उपस्थित रहें।