बालोद/गुंडरदेही। गुंडरदेही जनपद पंचायत इन दिनों 15 वे वित्त फंड के आवंटन को लेकर विवादों में आ चुका है। वह इसलिए क्योंकि विपक्ष के जनपद सदस्यों ने जनपद अध्यक्ष पर अपनी मनमानी करते हुए अपने हिसाब से आवंटित करने का आरोप लगाया है और इस आरोप के साथ शुक्रवार को आयोजित साधारण सभा की बैठक का विपक्ष के जनपद सदस्यों ने विरोध किया व इस मामले को अब आगे ले जाने की बात कही गई व यह भी आरोप लगाए गए हैं कि जनपद अध्यक्ष सुचित्रा साहू द्वारा विधायक व संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद के नाम का धौंस दिखाकर अपनी मनमानी की जाती है व कहा जा रहा है कि मैं अपने हिसाब से जनपद सदस्य को क्षेत्र के विकास के लिए फंड दूंगी। मैं चाहूं किसी को कम दूं या ज्यादा दूं आपको क्या मतलब। हमारी सरकार है। ऐसी स्थिति में नाराज जनपद सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विरोध करने वाले जनपद सदस्य अनिल सोनी ने बताया कि इस तरह से फंड आवंटन में मनमानी की जा रही है। किसी को कम किसी को ज्यादा देने की बात की जा रही है। ऐसे में फिर गांव का विकास कैसे होगा। हमारे क्षेत्र के लिए फंड की कमी हो रही है। इसलिए हम सभी सदस्यों को बराबर बराबर फंड देने की मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि 15 वे वित्त की कुल राशि दो करोड चार लाख प्राप्त हुई है। जिसमें 24 जनपद सदस्यों को ₹8 लाख 50000 प्रत्येक सदस्य को अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिलना था लेकिन अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के मनमानी एवं विधायक का धौंस दिखाकर अध्यक्ष द्वारा उक्त फंड को बराबर वितरण नहीं किया गया व सिर्फ चार चार लाख दिया गया है। जनपद सदस्य ने आरोप लगाया कि फंड को पूरी तरह से आवंटित न करने से अनियमितता की आशंका हो रही है। क्योंकि कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस के ही जनप्रतिनिधि अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनकर बैठे हैं। ऐसे में वे सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं और मनमानी करने का आरोप नाराज जनपद सदस्य लगा रहे हैं। इस गड़बड़ी का विरोध करने वाले जनपद सदस्यों में अनिल सोनी के अलावा निर्मला, हेमंत साहू, गायत्री ठाकुर, तेजराम साहू, दुर्गेश्वरी यादव, प्रेम कुमार गोरे, चंद्रिका ,गिरधर साहूवेद कुमारी गजेंद्र,हीरालाल गांधी भी शामिल है।
आरोपों पर क्या बोली जनपद अध्यक्ष, यह भी जानिए
तो वहीं इस आरोप पर जब हमने गुंडरदेही जनपद अध्यक्ष सुचित्रा साहू से बात की तो उन्होंने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार व गलत है ।उन्होंने कहा कि मेरे जनपद क्षेत्र में कुल 117 पंचायत है सभी पंचायतों का ध्यान रखना पड़ता है और आरोप एकदम बेबुनियाद है। हमारे पास प्रस्ताव है जिसमें सभी की सहमति है। सभी को समानता राशि दी गई है। जो भी आरोप लगाया जा रहा वह सब गलत है। मैंने राशि सबको बराबर दी है। रही बात विधायक की तो विधायक का इसमें कोई भी हस्तक्षेप नहीं है। बाकी जो राशि बच रहा है उन्हें 117 पंचायत होने के कारण मैंने कहा है कि बचे हुए राशि को आवश्यकतानुसार देंगे।उसे किसी भी क्षेत्र में दे सकते हैं। आरोप एकदम बेबुनियाद मनमानी वाली कोई बात है। अभी हमने 24 जनपद सदस्य में 22 जनपद सदस्य को 4- 4 लाख दिया है। अध्यक्ष निधि की राशि को हम अपने हिसाब से आवंटन देंगे। उसे हम कहीं पर भी दे सकते हैं क्योंकि हमारे पास सभी जगह से मांग आते हैं उस हिसाब से हम शेष राशि आवंटित करेंगे। 4 लाख पर कई सदस्यों ने सहमति दी है। बहुमत हमारे पक्ष में है। 15 जनपद सदस्य इस प्रस्ताव पर सहमत हैं। सिर्फ 9 लोग सहमति नहीं दिए पर बहुमत हमारे पक्ष में ही है। बहुमत के आधार पर ही राशि आवंटित की है। 9 लोग नहीं चाह रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए। जबकि पहले भी हम समांतर राशि दे चुके हैं। पिछले के प्रस्ताव देख सकते हैं।
क्या बोले उपाध्यक्ष
इस पूरे मामले को लेकर जनपद उपाध्यक्ष अजय जैन ने कहा अध्यक्ष उपाध्यक्ष को जो अतिरिक्त राशि आवंटन हुआ है उस राशि को गुंडरदेही ब्लॉक के कोई भी ग्राम पंचायत में आवश्यकता के अनुसार विकास कार्य कराएंगे।सभी सदस्यों को समांतर राशि दिया गया है।
वहीं नव पदस्थ जनपद पंचायत सीईओ दीप्ति मंडावी ने कहा बहुमत के आधार पर राशि दिया गया है। पक्ष विपक्ष की कोई बात नहीं है। कोई भी नियम बनता है तो बहुमत के हिसाब से बनता है।