भाजपाई बता रहे हैं मोदी सरकार की सफलता, जवाब में कांग्रेसियों ने शुरू किया विफलता बताओ अभियान, ले रहे प्रेस वार्ता , सात साल को बता रहे काला अध्याय

बालोद। मोदी सरकार के 7 साल पूरे होने पर सेवा कार्य करने के साथ भाजपाई एक ओर जहां केंद्र सरकार की सफलता बता रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्र द्वारा मोदी सरकार के 7 साल की विफलता बताने अभियान शुरू किया गया है। इसके लिए हर ब्लाक व जिला स्तर पर कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों द्वारा पत्रकार वार्ता ली जा रही है और मीडिया के जरिए मोदी सरकार की विफलता बताने का प्रयास किया जा रहा है। इस क्रम में गुंडरदेही में पत्रकार वार्ता लेते हुए संसदीय सचिव व विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने जो बड़े वादे किए थे उनमें से एक भी पूरे नहीं हुए। चाहे वह अच्छे दिन की बात हो, काला धन वापस लाकर सभी के खातों में 15 लाख देने की बात हो या फिर हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात हो। अच्छे दिन और हर व्यक्ति को खाते में 1500000 देने की बात को तो भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह ने चुनावी जुमला कह दिया था। वर्ष 2019 का जो संकल्प पत्र पेश करते हुए नरेंद्र मोदी दावा करते हैं कि सबका साथ सबका विकास का मंत्र भारत के कोने-कोने तक गूंजा है लेकिन सच यह है कि इन्हीं नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में धर्म और संप्रदाय के नाम पर समाज को टुकड़ों टुकड़ों में बांट दिया गया और इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय पत्रिका टाइम ने इन्हें भारत का प्रमुख विभाजन कारी का तमगा दिया था। इसी संकल्प पत्र में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी संकल्प पत्र में समावेशी विकास की बात की है लेकिन जनता गवाह है कि विकास सिर्फ भाजपा का उनके नेताओं का और देश के चुनिंदा उद्योगपति व कारोबारियों का ही हुआ है। पत्रकार वार्ता को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भोज राम साहू ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने 2014 से 2019 तक के कार्यकाल के ऐतिहासिक और आमूलचूल बदलाव लाने वाले कार्यों में नोटबंदी, जीएसटी और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र किया है । देश का हर नागरिक जानता है कि नोटबंदी और जीएसटी ने देश की अर्थव्यवस्था का कैसा बंटाधार किया है। जिस सर्जिकल स्ट्राइक की वाहवाही लूटना चाहते हैं वह भारत मनमोहन सिंह जी के नेतृत्व में ना जाने कितनी बार खामोशी से कर चुका था। अमित शाह आज तक यह नहीं बता पाए कि जिस पुलवामा हमले के बाद उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक की थी वह पुलवामा का हमला किसने और कैसे किया। किसने षड्यंत्र रचा था। नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों नेता लोकतंत्र की मजबूती की बात करते हैं लेकिन सच यह है कि दोनों के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के भीतर ही लोकतंत्र खत्म हुआ है और पार्टी दो लोगों की पार्टी रह गई है और किसी को कुछ बोलने की अनुमति है ना असहमति जताने की। लोकतंत्र की मजबूती की बात करने वाले नेताओं ने चुनाव आयोग से लेकर अदालतों का हर लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उल्टे उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिनिधियों को खत्म करने के लिए आईटी सीबीआई से लेकर ईडी तक हर एजेंसी का जमकर दुरुपयोग किया है कांग्रेसियों ने यह भी आरोप लगाया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का दुरूपयोग भाजपा के 7 साल के कार्यकाल में हुआ है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन इस दौरान हुआ है। उसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया है। कुल मिलाकर बीते साल स्वतंत्र भारत के इतिहास में काले अध्यायों के 7 साल साबित हुए हैं।

संसदीय सचिव कुंवर सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन 7 सालों को भारत देश के काले अध्याय के रूप में देखती है और जानती है कि बचे 3 वर्षों में नरेंद्र मोदी के पास देश की भलाई के लिए भी ना कोई कार्य योजना है ना उनकी मंशा है इस देश की भलाई की। वह बस अपनी छवि को लेकर चिंतित नजर आते हैं और इसके लिए किसी भी हद तक जाने को नहीं हिचकते कांग्रेस पार्टी को आज यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि वे एक गंभीर प्रधानमंत्री की जगह एक विदूषक अधिक दिखाई देने लगे हैं कांग्रेसी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और हमारे नेता राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी जी के लिए अब तक जो उपमा दी है वह सटीक साबित हुए हैं। चाहे वह सूट बूट की सरकार हो, चौकीदार चोर है, हम दो हमारे दो या फिर नौटंकी हो।

इस प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस कमेटी गुंडरदेही के अध्यक्ष भोजराज साहू,रवि राय, के के राजू चंद्राकर, मो सलीम, फैजबख़्स,डॉ मानसिंह सार्वा,मोंटू चंद्राकर, पूनम साहू उपस्थित रहे।

इसी तरह बालोद में भी बीरेश ठाकुर ने प्रेस वार्ता ली। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष चन्द्रप्रभा सुधाकर, पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा, अनिल यादव, बंटी शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।

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