पुलिस की बर्बरता पर आदिवासी समाज व क्रांति सेना ने की जांच की मांग, सौंपा गया ज्ञापन

बालोद
गुरुवार को सर्व आदिवासी समाज, युवा प्रभाग- जिला- बालोद (छ. ग.) और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना बालोद के द्वारा अपर कलेक्टर एके वाजपेयी को एक ज्ञापन सौंपा गया। जो छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग के सुकमा और बीजापुर में पुलिस की आदिवासियों पर बर्बरता के संबंध में है। समाज व क्रांति सेना ने आरोप लगाया है कि उक्त जिले के सीमावर्ती क्षेत्र पुलिस कैम्प खोले जाने का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे हज़ारों ग्रामीणों की भीड़ पर पुलिस द्वारा अचानक ही गोलीबारी किया गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गए और मारपीट किया गया, जिसमें मौके पर 3 ग्रामीणों की मौत और 50 से अधिक ग्रामीणों मौके वारदात में घायल हो गए,मारे गए और घायल हुए लोगो को पुलिस द्वारा अपनी गलती छुपाने माओवादी नक्सली बताया गया, यह घटना पहली बार नहीं है कि जब कभी भी बस्तर संभाग में नक्सली उन्मूलन के नाम पर निर्दोष आदिवासियों के ऊपर अत्याचार व प्रताड़ित किया जाता है।
जिस सम्बंध में आज सर्व आदिवासी समाज- युवा प्रभाग, जिला- बालोद (छ. ग.) के द्वारा उच्चस्तरीय जाँच के लिए व दोषियों पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के संबंध में राष्ट्रपति (भारत)और राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन के नाम ज्ञापन दिया गया। जिसमे जिला पदाधिकारी-सदस्य :- नीरज ठाकुर (जिलाध्यक्ष-युवा प्रभाग, छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज, जिला-बालोद), प्रेम लाल कुंजाम, शेखर भुआर्य,खेमराज पिस्दा, चोवा कतलाम, गुमान ठाकुर, यसवंत गोर, पीयूष कतलम, ललित कावरे,लक्ष्मी राणा एवं छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना बालोद के पदाधिकारी – शशिभूषण चंद्राकर, चंद्रभान साहू , दानेश्वर देशमुख, रोशन सर्वा उपस्थित रहे।

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