बालोद/डौंडीलोहारा । शिवसेना नेता संदीप कसार ने कोविड टीकाकरण कार्यक्रम पर बात करते हुए कहा कि प्रशासनिक सजगता से जन सामान्य और प्रशासनिक अमले की साझेदारी से सुचारू रूप से चल रहा है। कोरोनावायरस की भयावहता से हर कोई वाकिफ है। इसी वजह से लोग स्वस्फूर्त टीका लगाने की अपनी जिम्मेदारी समझ सहयोग कर रहे हैं, किंतु कोरोना के दूसरे चरण में हुई जनहानि से लोग डरे हुए हैं और मानसिक रूप से आहत भी हैं, जिन्हें उचित दिशानिर्देश और समझाइश के माध्यम से टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
डौंडीलोहारा क्षेत्र के आसपास के गांव में टीकाकरण के लिए अनावश्यक दबाव बनाते हुए ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा राशन नहीं देने, मनरेगा में काम नहीं देने सहित अन्य योजनाओं का लाभ रोकने संबंधी बातें सुनने में आ रही है, जो कि किसी भी दृष्टिकोण से उचित प्रतीत नहीं होता। जरूरत है लोगों को विश्वास में लेने की, जिससे टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
जनमानस की सुरक्षा के लिए टीकाकरण कार्यक्रम में राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग और पंचायत विभाग का आपसी सामंजस्य अति आवश्यक है, किंतु उसका अभाव स्पष्ट नजर आ रहा है। तभी तो गांव गांव में चलने वाले टीकाकरण शिविर का दिन और समय निर्धारण के अभाव में समय बेसमय चल रहा है, जबकि टीकाकरण का समय सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक निर्धारित होना चाहिए, जिससे टीकाकर्मियों को भी असुविधा ना हो। साथ ही साथ गांवो में लगने वाले टीकाकरण का समुचित प्रचार-प्रसार होना चाहिए, जो कि कार्यक्रम की सफलता के लिए निश्चित रूप से आवश्यक है। उससे भी ज्यादा जरूरी है कि विकासखंड चिकित्सा अधिकारी और विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक को सत्र शिविर आयोजन के पहले विस्तृत कार्ययोजना का खाका तैयार कर सफलता के आयाम छूने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में सबसे अधिक महत्वपूर्ण तथ्य है टीकों की गुणवत्ता, कोल्ड चैन की निरन्तरता जिससे कि टीके वेस्टेज ना हो, उसके गुणवत्ता पर असर ना हो। इसके लिए तकनीकी दिशा निर्देशों का सही तरीके से परिपालन हो। साथ ही साथ कोरोना के इस महायुद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले सभी टीकाकर्मियों व उनके सहयोगियों के खान-पान सहित सुरक्षा का विशेष प्रबंध हो, जिससे उनका हौसला और अधिक सुदृढ़ हो और लक्ष्य प्राप्ति के लिए कारगर हो।
मैं संदीप कसार शिवसेना परिवार की ओर से तहे दिल से उन सभी कोरोना वारियर्स और फाइटर्स कर्मियों को नमन करता हूं। खासकर उन महिला कर्मियों को भी जो इस अभियान में सहभागीता निभाकर सफलता के नए आयाम को अपनी जान की परवाह ना करते हुए अंजाम दे रही हैं। शिवसेना अंततः पुनः शासन प्रशासन से उक्त दिशा में उचित निर्णय लेकर सबका भला सबकी भलाई हेतु सही कदम उठाने की अपेक्षा करती है।