बालोद/ डौंडी/ गुरूर। अलग-अलग जिलों में हाथियों का उत्पात मचाए जाने की घटना सामने आती है लेकिन बालोद जिले में ऐसा पहली बार हो रहा है। जब यहां अंबिकापुर नरहरपुर सहित कई इलाकों से हाथियों का झुंड घूमते हुए यहां आ पहुंचा है और किसानों के खेतों में फसल रौंद रहे हैं। बीती रात तक हाथियों का झुंड गुरूर ब्लॉक के गुरूर रेंज के बड़भूम व आस-पास के जंगल में था।
वर्तमान लोकेशन के मुताबिक अब यह दल्ली और डौंडी रेंज के सीमा पर पहुंच गया है। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में हाथियों का झुंड मथेना, पुत्तरवाही व परकालकसा के बीच है। जोकि डौंडी और दल्ली रेंज की सीमा पर आता है। बताया जाता है कि हाथियों का झुंड पुतरवाही की ओर बढ़ सकता है। लगातार विभाग उन्हें ट्रेस कर रही है। गुरुर रेंज के बाद अब डौंडी और दल्ली रेंज को भी अलर्ट कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जा सकती है। फिलहाल ऐसी नौबत नहीं आई है लेकिन पुलिस को भी अलर्ट किया जा रहा है ताकि जरूरत पड़े तो उन्हें भी मोर्चा संभालने भेजा जा सके। आसपास के सभी थानों को अलर्ट जारी कर दिया गया है हाथियों को पकड़ने का नहीं रहता है सिर्फ उन्हें ट्रेस किया जाता है कि वह किस दिशा में जा रहे हैं। उन्हें बस्ती की ओर जाने से रोकने का प्रयास किया जाता है ताकि कोई घटना ना हो। बालोद जिले में पहली बार ऐसा हो रहा है इसलिए सावधानी बहुत जरूरी हो गई है और लोगों को भी जागरूक रहना होगा टमी किसी तरह की गड़बड़ियां ना करें।
इन बातों का रखें ध्यान, विभाग ने जारी किया है यह निर्देश
जंगली हाथियों से सुरक्षा के उपाय के लिए क्या करें और क्या ना करें? इस पर निर्देश भी जारी किया गया है। जिसमें सरगुजा वन वित्त अंबिकापुर छत्तीसगढ़ द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील वन विभाग के अफसरों ने की है। हाथियों के उत्पात से बचने के लिए क्या-क्या करना है, यह आप इन निर्देशों में पढ़ सकते हैं।