November 22, 2024

थोड़ा राहत की सांस लीजिये – बालोद जिले में 280 ग्राम हुए कोरोना मुक्त, कहीं कांटेबंदी भी हो रही तो कहीं बैलगाड़ी टिकाकर रास्ता बंद, देखिये तस्वीरें

बालोद- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जे.पी.मेश्राम ने बताया कि जिले में कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम, नियंत्रण एवं बचाव हेतु विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विकासखण्डों से प्राप्त जानकारी अनुसार अब तक की स्थिति में जिले में कुल 280 ग्राम ऐसे हैं जो वर्तमान में कोरोना से मुक्त हैं, उक्त ग्राम में 18 अप्रैल की स्थिति में एक भी कोरोना के मरीज नहीं थे। उन्हेांने बताया कि बालोद विकासखण्ड के 19 ग्राम, डौण्डी के 84 ग्राम, डौण्डीलोहारा के 102 ग्राम, गुण्डरदेही के 24 ग्राम और गुरूर विकासखण्ड के 51 ग्राम हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने उक्त ग्राम के निवासियों/सरपंच/सचिव से अपील की है कि अपने ग्राम को कोविड मुक्त रखते हुए संपूर्ण प्रयास जारी रखें ताकि ग्राम कोरोना मुक्त रहे। बाहर से आने वाले व्यक्तियों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखें। दो गज की दूरी का पालन कराएॅ। पूरे समय मास्क पहने तथा 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति कोविड टीका जरूर लगाएॅ।

कांटेबंदी तक हो रही गांव में

गांव को कोरोना से बचाने के लिए ग्रामीण पिछले साल की तरह इस साल के लाकडाउन में भी हथकंडे अपना रहे हैं. कहीं बेरिकेड्स लगाया जा रहा है तो कहीं कांटे बंदी भी रही है. बालोद ब्लॉक के ग्राम देवी नवागांव से नेवारीकला जाने वाले मार्ग पर ऐसा ही कुछ नजारा है. जहां रास्ते को कांटे अड़ा कर बंद किया गया है. दरअसल में इसके आगे गांव टेकापार में कोरोना संक्रमण ज्यादा है इसलिए अपने गांव की सुरक्षा के लिहाज से ग्रामीणों ने ये कदम उठाया है.

इसी तरह गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम चिरचार में भी सरपंच चुकेश्वर साहू के नेतृत्व में गांव में कोरोना किसी को न हो इसलिए पहले से निगरानी की जा रही है. गाँव के बाहर बैलगाड़ी टिकाकर रास्ता बंद किया गया है और हर आने जाने वाले की निगरानी की जा रही है. बिना उचित कारण के किसी को गांव में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. वहीं गांव वालों के बेवजह बाहर जाने पर भी पाबंदी लगाई गई है.    

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