जरूरी सामान खरीदी के बजाय कोरोना काल में टेबल खरीदी कर पैसे की फिजूलखर्ची का आरोप, स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ ने गुंडरदेही बीएमओ के खिलाफ खोला मोर्चा, सीएमएचओ से शिकायत, कार्रवाई के लिए एक हफ्ते का अल्टीमेटम
बालोद। स्वास्थ्य एवं बहु उद्देशीय कर्मचारी संघ द्वारा गुंडरदेही बीएमओ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कोरोना काल में शासन द्वारा आवंटित राशि के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। कर्मचारियों का कहना है कि इस कोरोना काल में जहां जरूरी मेडिकल उपकरण खरीदा जाना चाहिए वहां पर बीएमओ द्वारा धन की बर्बादी करते हुए टेबल कुर्सी खरीदी की जा रही है जो कि सर्वथा गलत है जो प्राथमिकता है उनकी खरीदी की जानी चाहिए स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष घनश्याम पुरी ने पूरे मामले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालोद को लिखित शिकायत करते हुए बताया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुंडरदेही खंड चिकित्सा अधिकारी को छत्तीसगढ़ शासन से 10 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई है। जिसकी जानकारी संघ को भी मिली है कि कोरोना काल में अनावश्यक टेबल कुर्सियों आदि के कमीशन के खेल में खरीददारी करके शासन की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है जो कि गंभीर विषय है व जांच का विषय है।
सीएमएचओ से मांग की गई है कि विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जाए। जिसमें प्रमुख रुप से कहा गया है कि गुंडरदेही सीएससी के कर्मचारी बगैर उचित n95 मास्क व सैनिटाइजर व ग्लव्स के कार्य करके मृत्यु के आगोश में समा रहे हैं। 1 हफ्ते पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिरसीदा के फार्मासिस्ट स्वर्गीय कौशल देशमुख 59 वर्ष की मृत्यु कोरोना से हुई। उसी दिन चंद घंटों पश्चात उनकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई। उसके 2 दिन बाद उनके बेटे की भी कोरोना से मौत हो गई। मानो पूरा परिवार कोरोना से समाप्त हो गया। बीएमओ के गैर जिम्मेदारी के कारण ये सब हुआ। स्व कौशल के द्वारा बार-बार अस्पताल को सैनिटाइजिंग करने मास्क व ग्लव्स देने की मांग करते रहे पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिससे पूरा परिवार समाप्त हो गया। इसकी जवाबदारी बीएमओ व शासन-प्रशासन की है। आज खप्परवाड़ा गांव जहां यह परिवार देशमुख रह रहे थे वहां 42 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए जो भयंकर विकराल रूप में गुंडरदेही ब्लॉक को अपने चपेट में ले सकता है इस ओर बीएमओ का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं वह अस्पताल बंद होने के कगार पर है तो क्यों ना कर्मचारियों के संपूर्ण इलाज की जवाबदारी बीएमओ के वेतन से दिया जाए। जिनके कारण यह बीमारी फैल रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अति आवश्यक दवाइयां व अच्छी क्वालिटी की दवाइयां उपलब्ध नहीं है जिससे भयंकर बीमारी फैल सकती है व फैल रहा है और बीएमओ के द्वारा टेबल कुर्सियां खरीदी की जा रही है संघ की मांग है कि 10 लाख रुपयों का सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 ऑक्सीजन सिलेंडर, उप स्वास्थ्य केंद्र में दो ऑक्सीजन सिलेंडर 10 पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराया जाए व खरीदी की जाए ।जिससे जनता की जान बच सके ना कि कमीशन के लिए टेबल कुर्सी खरीदनी है। बीएमओ को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए क्योंकि वे व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे। स्वर्गीय कौशल देशमुख के परिवार को 50 लाख व तत्काल उनके परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। बालोद जिला अस्पताल के स्वर्गीय केशव सोनी वार्ड बॉय के परिवार को 50 लाख व तत्काल अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। शासन के आदेश अनुसार कार्यवाही की जाए। स्वास्थ्य एवं बहु उद्देशीय कर्मचारी संघ ने सीएमएचओ को उक्त संबंध में लिखित ज्ञापन देकर कहा है कि अगर 1 सप्ताह में कार्यवाही नहीं की जाएगी तो संघ शासन के समक्ष शिकायत करेगा और न्यायालय के समक्ष भी जाने को मजबूर होगा जिसकी जवाबदारी सीएमएचओ की होगी। उक्त लिखित आवेदन की प्रतिलिपि संसदीय सचिव व विधायक कुंवर सिंह निषाद, कलेक्टर बालोद व प्रांत अध्यक्ष को भी भेजी गई है।