Inside Story- मगरलोड में डबल मर्डर के पीछे हत्यारा निकला मनोरोगी बेटा, सिरफिरा था इसलिए घर वालों ने कमरे में बंद करके रखा था, रात को पानी नहीं देने पर करने लगा विवाद और फिर कर दी पिता व दादी की हत्या, पढ़िए भीतर की कहानी
तस्वीर – हथकड़ी में भी हंसी आ रही थी आरोपी हत्यारे को
दादु सिन्हा, धमतरी। धमतरी के मग़रलोड थाना क्षेत्र अंतर्गत करेली बड़ी चौकी के ग्राम चंदना में दोहरे हत्याकांड का मामला सामने आया था, जिसमें बुधवार की रात ग्राम चंदना के महावीर चौक में सिरफिरे युवक ने अपने ही दादी और पिता को मौत के घाट उतार दिया था।जहाँ युवक अपने दादी और पिता को जलाऊ और पटिया लकड़ी से बेरहमी से सर पर वार किया था।
जिसमे पिता पन्ना लाल वर्मा उम्र 52 साल और मृत्तिका दादी त्रिवेणी बाई उम्र 80 साल की मौत हो गई थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी महेश वर्मा फरार हो गया था। घटना स्थल,आरोपी महेश वर्मा की पुलिस तलाश कर रही थी। गुरुवार को आरोपी महेश वर्मा को मगरलोड पुलिस ने 24 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के पीछे वैसे तो कोई बड़ी वजह सामने नहीं आई जैसे अन्य हत्या के केस में आते हैं बल्कि इस घटना के पीछे एक बड़ी वजह आरोपी का मनोरोगी होना था। जिससे वह सिरफिरा था। वह कभी भी किसी से उलझ जाता था और उसके इस हालात के पीछे भी एक घटना थी। बताया जाता है कि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान वह छत से गिर गया था। जिससे उसके सिर पर अंदरूनी चोट आई थी। उस घटना के बाद से उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। परिजन उसका इलाज भी करवा रहे थे। दिन-ब-दिन उसके हालत को बिगड़ते हुए देखकर वह कोई हरकत ना कर दे इसलिए रात को सोते समय परिजन उसे कमरे में बंद कर रखते थे और बाहर से दरवाजा बंद कर देते थे। घटना की रात को भी वैसा ही किए थे। रात को वह घर वालों से पानी मांगने लगा। इस बीच उसकी मां ने आवाज सुनी लेकिन वह पानी नहीं दी। वह डर गई कि बेटा कुछ ना कर दे। फिर पानी न देने पर वह झगड़ा शुरू करने लगा। जब उनके पिता ने जाकर दरवाजा खोला तो बात और बढ़ गई फिर दोनों पिता व दादी की एक-एक करके हत्या कर दी। जान बचाकर सिरफिरे युवक की मां वहां से भागी पर आरोपी युवक अपने पिता व दादी की हत्या कर वहां से फरार हो गया। जाते वक्त भी सिरफिरे युवक को शातिरी सूझी और पुलिस से बचने के लिए बकायदा वह अपनी मां की साड़ी पहन कर भागा। जिसे वह गांव के तालाब के बाहर फेंक कर पैदल ही अभनपुर चला गया था। पुलिस ने आरोपी को अभनपुर से ही गिरफ्तार किया। कुल मिलाकर मामले की वजह पानी ना देने पर सिरफिरे युवक द्वारा हत्या करना सामने आया।
गिरफ्तारी हुई तो हंसने लगा युवक
युवक इस कदर सिरफिरा था कि जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो वह हंसने लगा और हीरोगिरी दिखाते हुए बकायदा पुलिस के साथ चलने लगा। जब उसे गाड़ी में बैठाया गया तो भी उसकी मुस्कुराहट कम नहीं थी। उसी समय पुलिस को अनुमान हो गया था कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वहीं परिजनों ने भी इस संबंध में पुलिस को जानकारी दी थी।
मां की रिपोर्ट पर बेटे के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का केस
सिरफिरे युवक ने अपने ही मां का सुहाग उजड़ दिया तो अपने दादी को भी नहीं छोड़ा। इस घटना के बाद युवक की मां ने ही थाने में रिपोर्ट लिखाई थी। जिस पर धारा 302 का केस दर्ज हुआ था। प्रार्थीया मां रेखा बाई के अनुसार चंदना चौंकी करेलीबडी थाना मगरलोड जिला धमतरी में उक्त घटना 13/04/2021 के रात्रि 11:30 बजे हुई थी। मां ने 14/04/2021 के 03:30 बजे रात्रि थाने में सूचना दी। मां रेखा ने पुलिस को बताया मेरे दो बेटे है, बडा लडका भरत वर्मा राजनांदगांव बंधन बैंक में नौकरी करता है, छोटा बेटा महेश कुमार वर्मा घर में रहता है। जो पिछले साल लॉकडाउन के समय घर के छत से गिरने से उसे चोंट लगी थी। उस घटना के बाद उसका दिमागी हालत पिछले 1 वर्ष से ठीक नही थी। उसका ईलाज रायपुर के मनोरोग अस्पताल में चल रहा था। वह मानसिक रोगी था। 13/04/2021 को रात करीब 09:00 बजे हम सब खाना खाकर सो गये थे। मेरा लडका महेश कुमार वर्मा अपने कमरे में सोया था उसका दिमागी हालत ठीक नही होने से उसके कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिये थे। रात करीब 11 बजे महेश कुमार वर्मा मुझे आवाज देकर बोला कि दरवाजा खोलो पानी पीना है, कहने पर मै डर के कारण दरवाजा नही खोली। तब महेश कुमार वर्मा की चिल्लाने पर मेरा पति पन्ना लाल वर्मा ने महेश वर्मा के कमरा का दरवाजा खोला। तब महेश कुमार वर्मा घर के आंगन में निकला। तब मै उसे बोली कि बेटा तुम मुझे क्यों परेशान कर रहा है। तब महेश कुमार वर्मा बोलने लगा- मै हनुमान जी हूं, बजरंगबली हूं, दुर्गा हूं कहकर मुझे धक्का देकर जमीन पर आंगन में गिरा दिया। फिर महेश कुमार वर्मा अपने पिता पन्ना लाल वर्मा तथा अपने दादी त्रिवेणी बाई के साथ लडाई झगडा एवं मारपीट करने लगा। तब मै डर कर घर से बाहर जान बचाकर भागी और अजय वर्मा उसकी मां गायत्री वर्मा को आवाज देकर उठाने का प्रयास किया। नही उठने पर मैं पडोसी प्रमिला साहू के घर के पास जाकर उसे उठाई और पूछने पर बताई कि मेरा बेटा महेश कुमार वर्मा घर में अपने पिता एवं दादी से बहुत मारपीट कर रहा है। उसके बाद भुपेन्द्र वर्मा के घर जाकर बताई तब उसने गांव के कोटवार एवं नरेन्द्र सागरवंशी को मेरे घर के पास बुलाकर लाये। तब घर का दरवाजा अंदर से बंद था। जिसे गांव के ललित वर्मा, नरेन्द्र सागरवंशी, कृष्ण कुमार साहू एवं कोटवार दरवाजा को खोले। तब घर के अंदर जाकर देखे घर के सामने परछी में मेरे पति पन्ना लाल वर्मा लहू लुहान हालत में मरा पडा था। सिर,नाक, मुंह से खून निकलकर जमीन में फैला था। पास में 01 लकडी का पटीया पडा था। उसमें भी खून लगा था। अंदर आंगन में मेरी सास त्रिवेणी बाई वर्मा की लाश भी लहू लुहान हालत में मरी पडी थी। पास में एक लकडी पड़ा था उसमें भी खून लगा था। लाश के पास महेश वर्मा का घटना के समय पहना लाल चड्डा एवं सेन्डो,बनियान पडा था उसमें भी खून लगा था। मेरा लडका महेश कुमार वर्मा का दीमागी हालत ठीक नही होने के कारण मेरे पति पन्ना लाल वर्मा एवं सास त्रिवेणी बाई वर्मा को लकडी से मारकर हत्या कर दिया और घर से भाग गया था।आरोपी की गिरफ्तारी में चौकी प्रभारी संतोष साहू ,एएसआई मोहन निषाद,आरक्षक बलराम सिन्हा,मनोहर गायकवाड़,फलेन्द्र साहू, संतोष यादव, वीरेंद्र सोनकर,गणपत डिंडोलकर की भूमिका रही।
घटना से जुड़ी खबर यहां हेडिंग पर क्लिक करके पढ़े