November 22, 2024

स्कूल बंद के आदेश के बाद अब मोहल्ला क्लास को बंद करने की उठ रही मांग, लोहारा में बन्द के बाद अन्य ब्लॉक के शिक्षक संघ दे रहे ज्ञापन

बालोद। विगत दिनों शासन ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्कूल, आंगनबाड़ी को बंद करने को लेकर आदेश जारी किया है। पर इसमें मोहल्ला क्लास को लेकर कोई निर्देश नहीं दिया गया। इससे शिक्षक व पालकों में असमंजस है कि मोहल्ला क्लास लगाएंगे या नहीं? तो वहीं कोरोना काल में मोहल्ला क्लास को भी बंद करने की मांग पुरजोर से उठ रही है। अलग-अलग ब्लॉक के शिक्षक संघ इसका विरोध कर रहें हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब स्कूल बंद करने कहा जा रहा है तो क्या मोहल्ला क्लास में कोरोना का खतरा नहीं रहेगा। बच्चों को तो वहां भी एक साथ बैठना पड़ता है। जगह की भी समस्या रहती है। आखिर जान जोखिम में डालकर क्यों बच्चों को पढ़ाएंगे। अगर कुछ हो जाता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

फाइल फोटो

डौंडीलोहारा ब्लॉक में बीईओ द्वारा मोहल्ला क्लास फिलहाल न लगाने को लेकर मौखिक आदेश दे दिया गया है ।डौंडीलोहारा में इस व्यवस्था के बाद से अन्य ब्लॉक के शिक्षक भी अब मोहल्ला क्लास का विरोध करने लग गए हैं। पर अन्य ब्लॉक के शिक्षा विभाग के अफसर अभी भी इस बात पर अड़े हैं कि मोहल्ला क्लास लगाना है। इसे बंद करने के लिए कोई आदेश नहीं है। क्योंकि यह मोहल्ला क्लास जब स्कूल बंद थे उस समय से चल रहा है। इसमें कोई फेरबदल नहीं हुआ है। शिक्षकों को बच्चों को उनके मोहल्ले में जाकर पढ़ाना है। शिक्षा विभाग के अफसरों का तर्क यह है कि पहली से आठवीं तक के बच्चों का आकलन होना है। जो इसी माह होना है और मुश्किल से एक हफ्ते ही बचे हैं। फिर होली का त्यौहार आ जाएगा। आकलन का काम पूरा करने के लिए मोहल्ला क्लास को बंद नहीं किया जा सकता। वह चलता रहेगा ।तो ही आकलन भी होगा। स्कूल बंद करने का जो आदेश जारी हुआ है वह नौवीं से 12वीं कक्षा को लेकर था। क्योंकि वहां अभी इसी माह ही स्कूल खोले गए थे तो क्योंकि बोर्ड कक्षाएं प्रभावित हो रही थी। प्राइमरी मिडिल स्कूल तो अभी भी नहीं खुले हैं ।उनका संचालन मोहल्ला क्लास के जरिए हो रहा है। पर कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए अब शिक्षक संगठन विरोध में उतर आए हैं और मोहल्ला क्लास नहीं लगाने की बात कह रहे हैं। तो इधर दूसरी ओर अधिकारी शिक्षकों पर दबाव भी बना रहे हैं कि मोहल्ला क्लास जैसे लगा रहे थे वैसे ही लगाना ही है। इसे बंद नहीं किया जाएगा।

गुरुर छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन ने किया विरोध

छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन द्वारा गुरुर ब्लॉक में मोहल्ला क्लास को बंद करने की मांग की जा रही है। इसका विरोध करते हुए विकास खंड शिक्षा अधिकारी के नाम से ज्ञापन भी सौंपा गया है कि कोरोनावायरस के खतरे में पारा मोहल्ला क्लास को तत्काल बंद किया जाए। इस मांग पत्र में संघ के शिक्षकों का कहना है कि कोरोना संकट को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने स्कूलों को तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है। इसी तारतम्य में संचालक लोक शिक्षण संचनालय छत्तीसगढ़ नवापारा रायपुर अटल नगर द्वारा 22 मार्च 2021 के आदेश अनुसार समस्त शिक्षकों को कार्यालय दिवसों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित किया गया है। उक्त आदेश में पारा मोहल्ला क्लास संचालित करने कोई उल्लेख नहीं है। जबकि इस विषयों पर संकुल समन्वयक व विकास खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से मोहल्ला क्लास संचालन करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है। इसलिए कोरोना संकट व शासन के आदेशों को दृष्टिगत रखते हुए मोहल्ला क्लास बंद किया जाए। संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार साहू ब्लॉक अध्यक्ष सूरज गोपाल गंगबेर का कहना है कि कुछ अधिकारी सरकार के आदेश के बिना ही व्हाट्सएप ग्रुप में ही लिखकर आदेशित करते हैं कि मोहल्ला क्लास लगाना ही है। शिक्षकों ने कहा डौंडीलोहारा ब्लॉक के बीईओ द्वारा मोहल्ला क्लास को बंद करवा दिया गया है। इस बात से की जानकारी मिलने के बाद अन्य ब्लॉक के शिक्षक भी मोहल्ला क्लास बंद करने की मांग कर रहे हैं। डौंडीलोहारा की बीईओ आरसी देशलहरा का कहना है कि अभी चूंकि संक्रमण फिर से बढ़ रहा है। स्थिति सामान्य होने तक हमने शिक्षकों को कह दिया है कि अभी मोहल्ला क्लास ना लगाएं। माहौल ठीक होने के बाद या होली त्यौहार के बाद फिर से मोहल्ला क्लास शुरु करवा देंगे। उसी समय आकलन हो जाएगा। एहतियात बरतने के लिए फिलहाल मौखिक आदेश देकर मोहल्ला क्लास को बंद करवाया गया है। इसी तरह बालोद बीईओ बसन्त बाघ का कहना है कि शासन ने स्कूलों को बच्चों के लिए बंद करवाया है लेकिन अलग से स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव का आदेश जारी हुआ है कि शिक्षकों को स्कूल आना ही है। विभागीय कार्य होने ही है। सिर्फ बच्चों को स्कूल नहीं बुलाना है और मोहल्ला क्लास पहले से ही स्कूल बंद होने की स्थिति में लग ही रहा था वह भी अनवरत जारी रहेगा सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर उसे लगाना ही है। इसलिए मोहल्ला क्लास बन्द नहीं करेंगे। रही बात शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए शिक्षकों को स्कूल आना ही है। वह प्रिंट रीच वातावरण तैयार करने के लिए गलियों में चित्रकारी करवाएंगे। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर बच्चों को गलियों में भी पढ़ा सकते हैं।

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