इस शिक्षक ने शुरू की परीक्षा में मदद के लिए बच्चों का क्रैश कोर्स, 1 माह में ही करवा रहे परीक्षा की तैयारी, सुबह 5 बजे बच्चों को उठाकर एक घंटा ऑनलाइन भी पढ़ा रहे
जगन्नाथपुर/बालोद। पिछले दिनों कार वाले गुरु जी के नाम से छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग में फेमस हुए सांकरा ज हायर सेकेंडरी स्कूल के व्याख्याता विवेक धुर्वे कक्षा बारहवीं के बच्चों को क्रैश कोर्स करवा रहे हैं। क्रैश कोर्स एक तरह से 1 महीने या इससे कम अवधि का कोचिंग क्लास होता है। जो अगर प्राइवेट संस्थान करवाएं तो इसके बदले अच्छी खासी रकम ले लेते हैं। 1 माह के दौरान परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण सवालों पर ही फोकस करते पढ़ाया जाता है। शिक्षक विवेक धुर्वे बच्चों को निशुल्क ऑनलाइन व मोहल्ला क्लास में क्रैश कोर्स करवा के उनकी परीक्षा की तैयारी को मजबूत कर रहें हैं। ताकि बच्चे अच्छे प्रतिशत से पास हो सके। बोर्ड परीक्षा नजदीक है। इसलिए इस पर ज्यादा फोकस कर रहें हैं। मोहल्ला क्लास व ऑनलाइन पढ़ाई से वे कोर्स पहले से पूरा कर चुके हैं। अब क्रैश कोर्स पर ही तैयारी कर रहे हैं।
5 बजे उठाते हैं बच्चों को
बच्चों को वे खुद 5 बजे उठाते हैं।विगत दिनों से लगातार इस क्रम से बच्चों में 5 बजे उठने की आदत बन गई है। सभी को ऑनलाइन लिंक के माध्यम से जोड़कर 5 से 6 बजे तक पढ़ाया जाता है।
क्या होता है क्रैश कोर्स
क्रैश कोर्स का मतलब होता है कि कम समय में जो पूरे साल भर की पढ़ाई होती है उसको कम समय में पूरा किया जा सके। उसे ही क्रैश कोर्स बोला जाता है। जैसे कोई भी कोर्स जो होती है वह साल भर की होती है। तो उसे 1 या 2 महीने में क्रैश कोर्स का नाम देकर उसी सिलेबस को कम समय में पूरा किया जाता है। शिक्षा जगत की भाषा में कहें तो शीघ्रता से या थोड़ी अवधि में पूर्ण करने के उद्देश्य से निर्मित पाठ्यक्रम को क्रैश कोर्स कहा जाता है।
ये हो रहा है फायदा
छात्रा हिना साहू ने कहा शिक्षक हमें सुबह उठने के लिए प्रेरित किये हैं। जिससे सुबह की पढ़ाई से दिमाग तेज व दुरुस्त रहता है। और याद किये गए विषय जल्दी व बहुत समय तक याद रहता है। शिक्षक श्री धुर्वे इस नई पहल से बच्चों में एक नवाचार आया और सभी वाणिज्य के विद्यार्थी सुबह उठ कर पढाई कर रहे हैं। जिससे उनको आने वाले समय मे वार्षिक परीक्षा में विषय की जानकारी रहेगी। श्री धुर्वे बताते है कि अब परीक्षा शुरु होने वाली है और किसी भी प्रकार से पढ़ाई में ढिलाई न हो इसलिए परीक्षा तक मैंने खुद बच्चों को पढाई की समय सारिणी बना के दी व सुबह खुद से सभी बच्चों को सुबह 5 बजे उठने की प्रेरणा दे रहे हैं। अपने मोहल्ला कक्षा में भी क्रैश कोर्स चल रहा। जिसमें परीक्षा उपयोगी प्रश्नों को हल करवाया जाता है।
शिक्षा विभाग के अफसरों ने भी सराहा
जिले के नवाचारी शिक्षक में श्री धुर्वे का नाम आगे आता है। शिक्षा से जुड़े बहुत से कार्य इनके द्वारा किये जा रहे है। राज्य स्तरीय ब्लॉग लेखन, राज्य के नवाचारी शिक्षक व शिक्षा सारथी का ब्लॉग लिखके पढई तुंहर दुआर के हमारे नायक बनने का मौका भी मिला है। जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकुर व आसिमा चटर्जी ने कहा वर्तमान का समय कोरोना वैश्विक महामारी का है। उस बीच विवेक धुर्वे ने वाणिज्य समूह के विद्यार्थियों को पढ़ाने का जिम्मा उठाया और क्रैश कोर्स के द्वारा मोहल्ला कक्षा का संचालन व सुबह बच्चों में उठने की आदत डालने के लिए खुद सुबह उठ कर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। सभी शिक्षको को अपने बच्चों में अभी से सुबह जल्दी उठने की आदत डलवानी चाहिए। जिससे वार्षिक परीक्षा में बच्चे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो सके।