बालोद/गुंडरदेही – गुरुवार को पैरी के सरपंच रूपम देशमुख सहित गांव के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टोरेट पहुंचकर पैरी में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने की तैयारी का स्वागत किया सरपंच सहित ग्रामीणों ने कहा बालोद जिले के केंद्र में बसे ग्राम पैरी में जिस दिन से केंद्रीय विद्यालय खोलने की घोषणा की गई है, तब से ही कई शहरी संगठनों द्वारा विरोध प्रारम्भ हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय की घोषणा को ये लोग हजम नही कर पा रहे है। ज्ञात हो कि संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद के प्रयास से जिला प्रशासन ने पैरी ग्राम को केंद्रीय विद्यालय के लिए उपयुक्त माना। जिसके चलते ग्राम पंचायत पैरी ने स्थान चयन कर प्रस्ताव शासन तक प्रेषित कर दिया. इसका विरोध करते हुए कई संगठनों ने ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय खोलने के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर उग्र प्रदर्शन करने की बात कही जा रही है। एक ही जिले में ऐसी दोहरी मानसिकता समझ से परे है। ग्रामीण बच्चो को पीछे रखने का प्रयास है।
ग्राम पैरी के 12 किलोमीटर के परिधि में ऐसे कई परिवार रहते है, जो केंद्र शासन में सुरक्षा बल, रेल्वे, केंद्र के कई विभागों एवं राज्य शासन के विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे है। ग्राम पैरी का ऐतिहासिक महत्व के साथ साथ सेना में अपनी सेवाएं देने में आगे रहा है. ग्राम पैरी के निकट गुंडरदेही, सिकोसा, लाटाबोड़ रेल्वे स्टेशन है जिसमे सैकड़ों कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे है,इनके बच्चों को शिक्षा हेतु शासकीय अथवा निजी विद्यालयों पर निर्भर रहना पड़ता है। केंद्रीय विद्यालय खुलने से इन बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिल पाएगी. बेहतर शिक्षा के अभाव में विद्याथियों की प्रतिभा सिमट कर राह जाती है. कुछ शहरी संगठनों द्वारा पुनः ग्रामीण बच्चो के साथ भेदभाव करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के विस्तार के लिए ऐतिहासिक ग्राम पैरी का चुनाव किया गया है। पैरी के 250 परिवार वाले ग्राम में 70 से अधिक युवा देश की रक्षा में तैनात है। इसलिए केंद्रीय विद्यालय पैरी में ही खुलना चाहिए ताकि उन युवाओं के बच्चों को अच्छी शिक्षा का लाभ मिल सके।
ग्राम पंचायत पैरी के सरपंच रूपम देशमुख ने बताया कि जिला प्रशासन ने ग्रामीण बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने हेतु तथा पैरी केंद्र में स्थित होने के कारण केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव बनाया गया इसका विरोध करना उचित नही है। सरपंच ने बताया कि दल्ली राजहरा में डीएवी जैसे एवं बालोद में कई प्रतिष्ठित विद्यालय पहले से संचालित है। जो बेहतर शिक्षा प्रदान कर रहे है। सभी संगठनों को ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयास का स्वागत करना चाहिए। इस संबंध में सरपंच पैरी के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर बालोद को ज्ञापन सौप कर विद्यालय पैरी में ही खोंले जाने का निवेदन किया गया। प्रतिनिधिमंडल में रूपम देशमुख सरपंच पैरी, नरेंद्र सोनबोइर अध्यक्ष गौठान समिति पैरी, भगवती साहू उपसरपंच पैरी योगेश देशमुख सरपंच बिरेतरा, कमल देशमुख,भूषण साहू, टेमन मेश्राम आदि उपस्थित थे।