मस्तिष्क पर जम गया था रक्त, इलाज के दौरान युवा किसान की अस्पताल में मौत, दो मासूम बच्चियों ने दी मुखाग्नि
बालोद। शुक्रवार को बालोद ब्लाक के ग्राम मनौद में उस वक्त मार्मिक दृश्य देखने को मिला। जब दो मासूम बच्चियों 3 साल की चेतना ठाकुर और 6 साल की हुमांशी ठाकुर ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। दरअसल में उनके पिता मोहनलाल फरदिया ठाकुर का निधन हो गया। 29 दिसंबर को उनका स्वर्गवास हुआ। गांव के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी दोनों नन्हीं बेटियों ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। यह देखकर गांव के लोग और भी शोक मग्न हो गए। इतने कम उम्र में अपने पिता को खोने वाले बच्चों के प्रति लोगों ने संवेदना व्यक्त की। बता दे की मोहनलाल खेती किसानी करते थे। दो दिसंबर 1990 को उनका जन्म हुआ था और इस महीने 29 दिसंबर 2023 को उनका निधन हुआ। बहुत ही कम उम्र में उनका इस तरह दुनिया से चले जाने से परिवार में बेटियों के सर से पिता का साया उठ गया तो वहीं उनकी पत्नी सरिता का सुहाग उजड़ गया। जानकारी के अनुसार एक हफ्ते से उनकी तबीयत खराब थी। परिजनों के अनुसार मोहनलाल के मस्तिष्क में रक्त जम गया था। जिसका इलाज भिलाई के एक अस्पताल में चल रहा था। लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई।