November 21, 2024

प्राइमरी स्कूल के प्रधानपाठक मानकर को दी गई विदाई

डौडी लोहारा। वनांचल क्षेत्र में स्थित शासकीय हाई स्कूल किल्लेकोडा के सभागार में मानकर सर प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला किल्लेकोडा को संकुल स्तरीय भावभीनी विदाई दी गई।

जिसके मुख्य अतिथि बंशीलाल मानकर थे। अध्यक्षता अजय मुखर्जी प्राचार्य ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे की तैल चित्र की पूजन अर्चना के साथ हुआ। इसके पश्चात कुमारी यशस्वी ,काजल और चंद्रमुखी के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।

इस बीच कुमारी स्वाति, कुमारी दिव्या, काजल, निधि, प्रवीणा और मोनिका के द्वारा स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात श्रीमती अनीता मेश्राम ने मानकर सर के जीवनी के संबंध में प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि -जब मैं शुरू में स्कूल आई थी तो कहाँ आ गई सोचती थी लेकिन मेरा हौसला अफजाई तथा पूरा मार्गदर्शन मानकर सर ने किया। मैं उसका जीवन भर आभारी रहूंगी ।एन.आर.शिवना प्रधान पाठक माध्यमिक शाला किल्लेकोडा ने कहा- कि मानकर सर लंबे समय तक एक ही विद्यालय में रहकर कार्य किए हैं 29 वर्ष 5 महीने की सेवा एक ही जगह रहकर करना किसी व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी बात है इसके लिए मैं उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं ,और उनके उज्जवल भविष्य कामना
करता हूं ।इस बिदाई की घडी में हम आपके साथ हैं। उसके बाद एन. के . कौर प्रधान पाठक एम.एस.झरनटोला ने कहा कि- मैं अभी-अभी स्कूल जॉइनिंग किया हूं मुझे बाद में पता चला कि मानकर सर सेवानिवृत हो रहे हैं, तो मैं कुछ पल के लिए सोचने लगा और उनसे मुलाकात होने पर पता चला कि वह एक अच्छे इंसान है जिसका व्यवहार सहयोगात्मक है। उनका शेष जीवन अच्छा रहे यही कामना करते हैं,प्राचार्य मुखर्जी सर नेअपने अधयक्षीय भाषण में कहाकि -मानकर सर लगभग 40 वर्ष सेवा प्रदान किए हैं उनके पास कई समस्याएं आई होगी जिसका निराकरण उन्होंने बहुत अच्छे ढंग से किया इसके लिए मैं उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। साथ में मैं उनके शेष जीवन सफल हो तथा ऊपर वाले से उनकी दीर्घायु होने की कामना करता हूं। मुख्य अतिथि क्या आसंदी पर बोलते हुए मानकर सर ने कहा कि. इस शानदार बिदाई के लिए पहले तो आप सबको ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं ,लेकिन मुझे बहुत दुख हो रहा है कि ,मैं आप सब लोगों से जुदा हो रहा हूं। जिनसे रोज मुलाकात होती थी। सुख -दुख की दो बातें कर लेते थे। उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन और संपादन डॉ बी. एल. साहसी व्याख्याता ने किया ।उन्होंने संचालन के दौरान कहा कि- विदाई का क्षण बहुत नाजुक होता है। इस कठिन परिस्थिति में हम उनके साथ हैं, आपका शेष जीवन मंगलमय हो ऐसी ऊपर वाले से दुआ चाहते हैं। आभार प्रदर्शन कलीराम दादरे प्रधान पाठक ने किया ।उसके बाद मानकर सर को संकुल स्तरीय प्रतीक चिन्ह व साल भेंट कर उनका सम्मान किया गया। इस अवसर पर संकुल के समस्त स्टाफ उपस्थित थे जिनमें मुख्य रूप से वाय. एस.मरकाम( वरिष्ठ व्याख्याता), नितिन देशमुख संकुल समन्वयक, नूतन चुरेंद्र ,सी.जी. पटेल व्याख्याता, रामकुमार ठाकुर झरन टोला, खिलावन उर्वशा, उमेंद सिंह मांडवी, (प्र.पा),वेदप्रकाश साहू (प्र.पा.),कलीराम दादरे (प्र. पा.), श्रीमती अनीता मेश्राम मेडम, जे.पी. बांधव व्याख्याता, हेमेन्द्र साहू व्याख्याता, घनश्याम पटेल व्याख्याता, विष्णु प्रसाद नायक ,प्रवीण मानिकपुरी, संतोष कुमार राणा, चमन लाल भंडारी, जागेंद्र कोलियारा ,ललित देवहारी, श्रीमती गोयल मैडम, श्रीमती त्रिजला ठाकुर ,श्रवण यादव, कुशल देवदास आदि उपस्थित थे । अंत में स्वल्पाहार का कार्य सम्पन्न हुआ। इसके साथ ही कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।

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