November 22, 2024

एक्सक्लूसिव: नगर पंचायत के बंद कमरे में भाजपा, कांग्रेसी नेताओं के बीच तनातनी,भिड़े भैयाराम सिन्हा और पवन साहू, पढ़िए क्या था मामला? आखिर फिर क्यों छिड़ गया है गुरूर में विवाद!

गुरुर में फिर गरमाया कांप्लेक्स निर्माण का मामला, भाजपा कार्यालय के प्रथम तल का ढलाई रुकवाने पहुंच गए कांग्रेसी, समझौता बैठक में भी नहीं बनी बात ,इधर व्यापारी संघ में भी आक्रोश , भाजपाई बोले हमारा निर्माण वैध है,,,,,

बालोद/ गुरूर। एक बार फिर गुरुर में मामला गरमाया हुआ है। शुक्रवार को यहां नगर पंचायत के बंद कमरे में भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बीच तनातनी की स्थिति निर्मित हो गई। मामला एक दूसरे के व्यावसायिक कांप्लेक्स निर्माण कार्य में बाधा डाले जाने का है। जहां कुछ दिन पहले व्यापारी संघ द्वारा विधायक के संरक्षण में करवाए जा रहे निर्माण में भाजपाइयों ने हाईकोर्ट के जरिए आपत्ति लगाई गई है तो अब कुछ व्यापारियों और कांग्रस के लोगों भाजपा कार्यालय के प्रथम तल में हो रहे निर्माण को अवैध करार देते हुए एसडीएम से शिकायत कर काम रुकवा दिया है। शुक्रवार को स्वयं पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा सहित स्थानीय कांग्रेसी काम रुकवाने के लिए पहुंचे फिर समझौते के लिए बैठक हुई लेकिन कोई बात नहीं बन पाई और उल्टा बात बिगड़ गई। गुरूर के नगर पंचायत में दोनों पक्ष के बीच तनातनी की स्थिति निर्मित हो गई। जमकर नारेबाजी और हो- हंगामा हुआ। जिसके कुछ वीडियो भी हमारे पास सुरक्षित हैं। पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा और भाजपा नेता पवन साहू के बीच अच्छी खासी तीखी बहस हो गई। दोनों आपस में भिड़ते नजर आए, इस बीच एसडीएम सहित पुलिस के अधिकारी बीच-बचाव करते दिखे। दोनों पक्ष अब समझौता होने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं। जहां भाजपाई व्यापारियों द्वारा बनाए जा रहे कॉन्प्लेक्स को लेकर हाईकोर्ट जा चुके हैं तो वहीं अब कांग्रेसी भी आगे रणनीति बनाने में जुट गए हैं कि कैसे भाजपाइयों के कार्यालय के प्रथम तल के निर्माण को आगे भी रुकवा सके। बात स्वाभिमान तक आ पहुंची है ।अब देखने वाली बात होगी कि आगे क्या होता है?

जहां इस मुद्दे पर भाजपाइयों में गुरुर के स्थानीय नेता मंडल अध्यक्ष कौशल साहू, नंदकिशोर शर्मा, ईशा प्रकाश साहू के साथ बालोद के दिग्गज जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार, यज्ञदत्त शर्मा और पवन साहू डटे हुए हैं तो वहीं व्यापारियों की ओर से उनके संरक्षण की भूमिका निभाते हुए पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा दमदार नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों के बीच गहमागहमी का माहौल गुरुर में शुक्रवार को देखने लायक था । जहां एसडीएम और सीएमओ की मौजूदगी के बाद भी दोनों पक्ष के नेता आपस में भिड़ गए थे। मामले की खबर लगते ही नगर पंचायत के बाहर तैनात एसडीओपी बोनीफास एक्का ,गुरुर थाना प्रभारी भानु प्रताप साव और साइबर सेल प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी हालात संभालने के लिए पहुंचे और मामला शांत कराया गया।कांग्रेसियों और कुछ व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत से एनओसी लिए बगैर अवैध तरीके से भाजपा के लोग अपने कार्यालय के प्रथम तल पर निर्माण कर रहें हैं । इधर भाजपाइयों का कहना है कि हमारे पास अपनी जमीन के पूरे लीज से संबंधित दस्तावेज हैं। हमारा निर्माण अवैध नहीं वैध है वही ये बात चर्चा में है कि प्रथम तल के निर्माण के लिए भाजपाइयों ने नगर पंचायत से एनओसी नहीं ली है जिसके कारण उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही हो सकती है।

एसडीएम से हुई थी शिकायत

व्यापारी संघ द्वारा एसडीएम को शिकायत कर भाजपा कार्यालय के प्रथम तल निर्माण को अवैध बताते हुए आवेदन दिया गया था। जिस पर शुक्रवार को सुबह से ही कांग्रेसी काम रुकवाने के लिए कार्यालय के समीप इकट्ठा हो गए। जानकारी मिलते ही पुलिस भी अलर्ट हो गई और दोनों पक्ष के बीच काफी बहस हुई। जिसके बाद यह कहा गया कि दोनों पक्षों से नगर पंचायत में एकत्रित होकर समझौता करते हैं। फिर दोपहर 1:30 से 2.30 बजे के बीच भाजपा और कांग्रेस दोनों पक्ष के प्रतिनिधि नगर पंचायत में पहुंचे। वहां पर भी बात नहीं बन पाई मामला बिगड़ गया और समझौते की स्थिति नहीं बनी।

राजनीति में पीस रहे व्यापारी

इन सबके बीच व्यापारी संघ पीस रहा है। व्यापारियों ने कहा कि हम अपना कांपलेक्स निर्माण अपने खर्चे पर कर रहे थे। जिस पर भाजपाइयों द्वारा हाईकोर्ट जाकर काम रुकवा दिया गया है। रोज कमाने खाने वाले व्यापारी हैं जिनका कॉन्प्लेक्स नहीं बनने से बेरोजगार बैठे हुए हैं। धंधा चौपट हो गया है। पर इस पर लोग राजनीति करने में तुले हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि जहां एक ओर विधायक संगीता सिन्हा और पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा उनकी समस्याओं का हल करना चाहते हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता मामले को तूल देकर विवाद को बढ़ाते दिख रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि जब हमारे व्यवसायिक कांपलेक्स निर्माण पर भाजपाइयों द्वारा आपत्ति की गई तो हमने भी भाजपा के कार्यालय के प्रथम तल के निर्माण में गलत होता देख एसडीएम को शिकायत कर काम रुकवाने की की मांग की थी। शिकायत और नोटिस के बाद भी काम नहीं रुका था। जिसके चलते कांग्रेसियों ने काम रुकवाया।

किसने क्या कहा: ये भी जाने

कांग्रेसी नेता व चर्चा बैठक में प्रतिनिधि के रुप में शामिल डॉ ओमकार महमल्ला ने कहा कि व्यापारियों के हित में व्यापारी संघ के संरक्षक रूप में पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा, व्यापारी संघ के अध्यक्ष मनोज सिन्हा सहित मैं और कुछ प्रमुख लोग इस समझौता बैठक में शामिल होने गए थे। लेकिन वहां फिर भाजपाइयों द्वारा समझौते के लिए राजी नहीं हुए और बात बिगड़ गई। भाजपाइयों द्वारा आपत्ति के चलते व्यापारियों का कांप्लेक्स अब तक नहीं बन पाया। जिससे गरीब व्यापारी परेशान हैं ।उनका दुकान अव्यवस्थित हो गया है। भाजपा इसमें लगातार व्यवधान डाल रहे हैं। हम व्यापारियों का हित करना चाहते हैं ।लेकिन भाजपाई ऐसा होने नहीं दे रहे हैं और उनके द्वारा खुद अपने कार्यालय में अवैध निर्माण करवाया जा रहा है। ग्रामीण अध्यक्ष हेम कुमार धुर्वे ने कहा कि हमें निर्माण से कोई आपत्ति नहीं है। गुरूर संवर रहा है यह अच्छी बात है। कॉन्प्लेक्स बनना चाहिए। दोनों पक्षों में सुलह होनी जरूरी है। बेवजह विवाद को बढ़ाना है उचित नहीं है। व्यापारी भागचंद टावरी, संतोष टावरी ने कहा कि व्यापारियों का इससे नुकसान हो रहा है। कॉन्प्लेक्स जल्द से जल्द बनना चाहिए। दोनों पक्षों में सुलह हो जाए वही अच्छा है। विवाद को बढ़ाना ज्यादा दिन तक ठीक नहीं है। व्यापारियों का कारोबार काफी प्रभावित हो रहा है। कॉन्प्लेक्स बनने से नगर पंचायत कोई फायदा है। उन्हें किराया अधिक मिलेगा। तो वही व्यापारी अपने खर्चे पर कॉन्प्लेक्स बनवाना चाह रहे हैं। पर भाजपाइयों द्वारा काम रुकवा दिया गया है।

क्या कहते हैं भाजपाई

भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि भाजपा कार्यालय के छत ढलाई का कार्य पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा सहित कांग्रेसियों ने रुकवा दिया था। इसकी जानकारी मिलने पर समझौता बैठक के लिए हम नगर पंचायत गए हुए थे। हमने उन्हें बताया कि हमारा निर्माण वैध है। हमारे पास लीज से संबंधित सभी दस्तावेज हैं। हमारी जमीन वैध है तो फिर इसका विरोध क्यों हो रहा है। आपको जहां शिकायत करनी है कर लीजिए। आप लोग स्वयं काम नहीं रुकवा सकते। इसका अधिकार एसडीएम को है। पवन साहू , भाजपा मंडल अध्यक्ष कौशल साहू, ईशा प्रकाश साहू, नंदकिशोर शर्मा ने भी यही बात दोहराई । सभी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने पहले तैश में आकर गलत लहजे में बात की ।इस वजह से समझौता नहीं हो पाया और सब भाजपाई वहां से उठकर चले गए।

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