सियादेही के झरने में जान जोखिम डाल कर ले रहे लोग मजा, पैर फिसला तो हो सकती है सीधी मौत
माधुरी दीपक यादव बालोद। लगातार बारिश के बाद से क्षेत्र के पर्यटन स्थल में भीड़ जुटने लगी हैं । ऐसे में सियादेही का झरना भी अब उफान पर है। यहां बालोद ही नहीं बल्कि दूसरे जिले के लोग भी पहुंच रहे हैं। लेकिन झरने के पास कुछ पर्यटक लापरवाही भी दिखा रहे हैं। कुछ साल पहले बिलासपुर के 4 पर्यटकों की मौत इस झरने के कुंड में गिरने से हो चुकी है। इसके बाद भी लोग यहां चेत नहीं रहे हैं। शासन प्रशासन और समिति द्वारा आगाह किया जाता है कि झरने के नजदीक ना जाए, ना ही पहाड़ी पर चढ़े। लेकिन इस चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए पर्यटक लापरवाही दिखा रहे हैं।
खास तौर से मनचले युवा पहाड़ी पर चढ़कर लहरों के बीच मजा ले रहे हैं। इसे कभी भी हादसा हो सकता है। पैर फिसला तो मौत हो सकती है। ऐसे मनचले युवाओं पर नजर रखने के लिए यहां कोई सुरक्षाकर्मी, ना ही पुलिस के जवान तैनात हैं। सिर्फ नवरात्रि या विशेष अवसरों पर यहां पुलिस की ड्यूटी लगती है। बाकी समय कोई देखने वाला नहीं होता है। जिसका फायदा मनचले पर्यटक भी उठा रहे हैं। रविवार को ऐसा ही नजारा यहां झरने में देखने को मिला।
बालोद जिले की प्राकृतिक सुंदरता का बखान करते सियादेवी मंदिर का झरना का आनंद लेने हर रोज सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। यहां झरना में पानी का बहाव बढ़ गया है।
जितनी सुंदरता लुभाती है, उतनी असावधानी हो सकती है खतरनाक
भले ही ये झरना मनोरम दृश्य दिखाता है लेकिन जरा सी असावधानी बरतें तो खतरनाक भी साबित हो सकता है। अब झरने की आवाज दूर से ही सुनाई देने लगी है। यहीं, वजह है कि पर्यटक अपनी गाड़ी से उतरते ही झरने की आवाज सुनकर सियादेवी मंदिर की ओर दौड़ पड़ते हैं। जिले के अनेक पर्यटक स्थलों में से एक सिया देवी मंदिर में वर्ष भर दर्शन करने श्रद्घालु पहुंचते हैं।वहीं, यहां पर स्थित झरना का आनंद लेने सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। गर्मी के दिनों में झरना में पानी की धार कम होने के कारण कई लोग झरने का आनंद नहीं ले पाते। ऐसे लोग बारिश के दिनों में यहां पहुंचने की तमन्ना रखते हैं। पिछले दिनों से क्षेत्र में हुई बारिश से सियादेवी के झरना में पानी का बहाव बढ़ गया है। अब झरने से पानी गिरने पर झर-झर की आवाज बहुत दूर से सुनाई देने लगी है। यहां जिले के अलावा अब दूसरे जिले से भी सैलानी इस मनोरम दृश्य का आनंद लेने पहुंच रहे हैं।
साल भर आकर्षण का केंद्र रहता है झरना
सियादेवी का झरना साल भर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। हालांकि गर्मी के दिनों में यहां पानी कम होने से कई बार झरना सूख जाता है। लेकिन झरना स्थल पर बड़े-बड़े पत्थर देखकर पर्यटक मनमोहित हो जाते हैं। उन्हें सहज ही आभास हो जाता है कि जब झरना बहता होगा तब नजारा कैसा रहता होगा। झरना के पास ही छोटी सी गुफा है जहां लोग गुफा से पार होते हैं ।जब झरना चलता है तो उस समय गुफा से पार होने वाले लोगों को गुफा से निकलते ही झरने का अलग ही एहसास कराता है।
नारागांव पहाड़ी पर स्थित है सियादेवी मंदिर
बरही के कांग्रेस नेता नरेंद्र सिन्हा ने बताया कि बालोद गुरुर मुख्य मार्ग पर ग्राम सांकरा से 25 किलोमीटर दूर नारा गांव पहाड़ी पर सिया देवी मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है। यह धार्मिक पर्यटक स्थल है। सियादेवी मंदिर शक्ति और सुंदरता का अनोखा संगम है। जंगलों पहाड़ों और झरनों से घिरा हुआ यह जगह बहुत सुंदर है। बरसात के दिनों में देवी मंदिर की सुंदरता और बढ़ जाती है। यहां से बहने वाले झोलबाहरा और तुम नाला का संगम है। यही जलधारा एक प्राकृतिक झरने के रूप में गिरती है। इस झरने की ऊंचाई करीब 50 फीट है। यहां आने वाले पर्यटक इस झरने का लुफ्त उठाते हैं।