गुरूर– छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर आज विकास खंड के समस्त विभागों के सभी कर्मचारी एवं अधिकारीगण प्रांत व्यापी एक दिवसीय कामबंद हड़ताल में सम्मिलित होकर सरकार की हठधर्मिता पूर्ण रवैया के विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद किए। विदित हो कि अपनी पांच सूत्रीय मांगों डीए, एच आर ए, पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट, चार स्तरीय वेतनमान, पूर्ण पेंशन के विषयों को लेकर समस्त विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों का संयुक्त मोर्चा का गठन किया गया है। विभिन्न कर्मचारी संगठनों की प्रमुख पांच मांग के एक दिवसीय कामबंद हड़ताल पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। इसी तारतम्य में गुरुर में एक दिवसीय हड़ताल का आरंभ मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ किया गया। इस आंदोलन को पेंशनर समाज का भी समर्थन प्राप्त हुआ है।
6 जुलाई को केबिनेट की बैठक से सभी कर्मचारियों को बहुत उम्मीदें थीं, किन्तु 5% डीए का लाली पाप थमाने का काम किया है और वह भी 1 जुलाई 23 से। जबकि यह डीए पिछले साल से लंबित है। इसी तरह पेंशन पात्रता की गणना 30 वर्ष किया गया है, इससे अधिकांश कर्मचारी पेंशन से वंचित हो जाएंगे। आज एक दिवसीय कामबंद हड़ताल में संयुक्त मोर्चा से भागवत राम ठाकुर, चंद्रभान सिंह निर्मलकर, दिलीप कुमार साहू, सूरज गोपाल गंगबेर, जितेंद्र शर्मा, विक्रम राजपूत, शशि कुमार अग्रवार, धनेश यादव,मोहन सिन्हा, सी पी चंद्राकर, खेमन साहू, वेदप्रकाश वर्मा, तुलसी राम साहू, नरेन्द्र साहू, हरीश साहू, सुश्री हेमलता साहू, मौसमी साहू, सीमा साहू, वीरेन्द्र देवांगन, केवल राम आसनी, पेंशनर श्री टी आर महमल्ला, नेम सिंह साहू, डी आर गजेन्द्र, के के ठाकुर, चिंता राम साहू, कृषि विभाग से पी अटनागर, स्वास्थ्य विभाग से उर्वशा जी,जी डी मानिकपुरी ने अपनी ओजस्वी वाणी से उपस्थित कर्मचारियों अधिकारियों में नया जोश का संचार किया। राजस्व विभाग के कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे।
सभी कर्मचारियों ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, हम आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग से ग्वालवंशी जी तथा विकास खंड के विभिन्न विभागों के कर्मचारी अधिकारी भारी संख्या में उपस्थित रहे। सभी कर्मचारियों में अपार जोश देखने को मिला। सभा के पश्चात् रैली निकाली गई। जो नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए तहसील कार्यालय में आकर मुख्य सचिव के नाम से एस डी एम को मुख्य सचिव के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। इसी के साथ आज के एकदिवसीय आंदोलन का समापन इस उम्मीद के साथ की गई कि सरकार हमारी सभी मांगों को यथाशीघ्र पूर्ण करेगी, वहीं मांग पर निर्णय नही होने पर एक अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन का निर्णय संयुक्त मोर्चा ने लिया है!