हड़ताल में हेल्थ व्यवस्था बनाए रखने डॉक्टर्स, ग्रामीण चिकित्सा सहायक और ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों ने संभाला अस्पताल
बालोद। इन दिनों स्वास्थ्य विभाग के अनियमित कर्मचारी व विभाग के विभिन्न केडर के नियमित कर्मचारी अपने 24 सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल का रुख अपनाए हुए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कार्य प्रबंधन का जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य सयोंजक कर्मचारी संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष कुंदन साहू का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग का सबसे बड़ा केडर ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों का है ,जो कि उप स्वास्थ्य केंद्र , हेल्थ एवम् वेलनेस सेंटर में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला/पुरुष होते हैं। विभाग इन्हें ऑल राउंडर मानती है । हड़ताल में होने से इनकी ड्यूटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंत: रोगी कक्ष , बाह्य रोगी कक्ष , औषधि वितरण कक्ष एवम् विभागीय प्रशिक्षण प्राप्त लैब और नेत्र सहायक में की ड्यूटी प्रशिक्षण के आधार पर लगाई गई है।
ग्रामीण चिकित्सा सहायकों का कहना है कि मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है किसी भी प्रकार से कोई असुविधा नहीं हो रही।
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था में फील्ड से एक एक आरएचओ की ड्यूटी लगाया गया है,लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जा रहा है।