फूहड़ डायलॉग से विवादों में घिरी आदि पुरुष फिल्म, छत्तीसगढ़ में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल हुआ नाराज, फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की उठी मांग, सीएम और पीएम के नाम सौंपा गया ज्ञापन, निर्माता निदेशक के खिलाफ एफआईआर करवाने थाने पहुंचे सनातनी

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कहा आदिपुरुष फिल्म से हो रही धार्मिक भावनाएं आहत, छत्तीसगढ़ राज्य सहित पूरे देश में लगे इसके प्रदर्शन पर रोक

थाना प्रभारी और एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम से भेजा गया पत्र

बालोद। हाल ही में रिलीज हुई आदि पुरुष फिल्म को लेकर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल बालोद ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है। मामले में छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की गई है। साथ ही निर्माता और निर्देशक के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर भी बात कही जा रही है। इस मामले को लेकर सोमवार को बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने थाना प्रभारी और एसडीएम के जरिए अलग-अलग ज्ञापन देकर अपनी मांगे रखी और जल्द से जल्द उक्त फिल्म के छत्तीसगढ़ और देशभर में प्रदर्शन पर रोक लगाने की पुरजोर मांग की गई।

ज्ञापन देने के लिए पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के महेंद्र सोनवानी मोनू और सतीश विश्वकर्मा सहित बजरंग दल के जिला संयोजक उमेश कुमार सेन ने संयुक्त रूप से कहा कि फिल्म आदिपुरुष का संचालन भारत देश के संपूर्ण थियेटरों में तत्काल / पूर्णत: रोक लगाई जाए। परम आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम” के जीवन पर एक फिल्म “आदिपुरुष” बनाई गई है यह फिल्म प्रारंभ से ही विवादित रही है। फिल्म में बहुत ही फूहड़ संवाद का उच्चारण भगवान “श्रीराम, हनुमान जी और रावण पात्रों” द्वारा किया गया है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और अन्य महान योद्धाओं को वास्तविकता से परे बहुत ही अलग स्वरूप में दिखाया गया है ऐसे शब्दों का संकलन करके डॉयलाग बनाया गया है जो किसी भी प्रकार से धार्मिक आस्था को पोषित नहीं करती है। इस तरह के फिल्म से केवल और केवल आने वाली पीढ़ी को अपने धर्म और देवी-देवताओं के बारे में सही व वास्तविक जानकारी नहीं मिल पायेगी और उनके मनो-मस्तिष्क में एवं हिन्दू सनातन धर्म के प्रति गलत अवधारणा ही बनेगी तथा इस तरह के फिल्म निर्माण होने से हिन्दू सनातन धर्म लगातार आहत हो रही है। इस तरह के फिल्म से हम सब हिन्दुओं की धार्मिक भावनायें आहत हो रही है। उक्त फिल्म के निर्माण एवं फिल्मांकन से हमारे गौरवशाली महान ग्रंथ रामायण और उनके पवित्र चरित्र का भी अपमान हो रहा है। उपरोक्त संपूर्ण परिस्थितियों को देखते हुए उक्त निर्मित फिल्म के संचालन को “भारत देश” के संपूर्ण थियेटरों में रोक लगाया जाना अति- आवश्यक हो गया है। हिन्दू सनातन धर्म को आहत करने वाली उक्त निर्मित फिल्म “आदि पुरुष” के संचालन को “भारत देश” के संपूर्ण थियेटरों में तत्काल / पूर्णतः बंद किया जाए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम से भी यही पत्र भेजकर फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की गई है।

इन्होंने जताया विरोध, थाने और एसडीएम दफ्तर पहुंचे

फिल्म का विरोध करते हुए विश्व हिंदू परिषद बालोद जिला सह मंत्री सतीश विश्वकर्मा और बालोद जिला विश्व हिंदू परिषद महेंद्र सोनवानी मोनू के निर्देशानुसार बजरंग दल बालोद जिला संयोजक उमेश कुमार सेन मार्ग दर्शन में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ और बालोद जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान बालोद नगर संयोजक तुषार ढीमर कमल बजाज ,पंकज ठाकुर लाटाबोड़ से श्रीधर यादव गौरक्षा प्रमुख,सदस्य – श्रेयांश यादव , चुरेंद्र ठाकुर ,योगेंद्र ध्रुवे, गोपीकिशन ठाकुर ,युगांत नागवंशी आदि बजरंगी साथी पहुंचे थे।

संवाद में सुधारो की हो रही बात

आदिपुरुष फिल्म के डायलॉग्स पर हो रहे विवाद के बाद अब मेकर्स ने इन्हें बदलने का फैसला किया है. फिल्म में हनुमानजी के डायलॉग्स को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोलिंग हो रही थी. वहीं, इसके खिलाफ कोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी. आदिपुरुष के डायलॉग राइट मनोज मुंतशिर शुक्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा है, ‘मैंने और फ़िल्म के निर्माता-निर्देशक ने निर्णय लिया है, कि वो कुछ संवाद जो आपको आहत कर रहे हैं, उनमें सुधार किया जाएगा.’

आदिपुरुष के राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला ने ट्वीट कर लिखा, ‘रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना. सही या गलत, समय के अनुसार बदल जाता है,भावना रह जाती है. आदिपुरुष में 4000 से भी ज्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, पांच पंक्तियों पर कुछ भावनाएं आहत हुईं. उन सैकड़ों पंक्तियों में जहां श्री राम का यशगान किया, मां सीता के सतीत्व का वर्णन किया, उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी थी, जो पता नहीं क्यों मिली नहीं.’

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