ऋण पुस्तिका की जगह पर सुझाए दूसरा नाम, सीएम देंगे एक लाख रुपये ईनाम
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल खेती किसानी से जुड़े शब्दों पर कितने संवेदनशील हैं और हर शब्द की बारीकी पर कितना ध्यान देते हैं। इसकी झलक तब मिली जब उन्होंने एक भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों से ही कहा कि आप इसके लिए अच्छा सा सुझाव दें। उपयुक्त सुझाव पर एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
शब्द बहुत जादुई होते हैं और लोगों की भावनाओं से जुड़े रहते हैं। ये उनके स्वाभिमान से भी जुड़े रहते हैं।
ऐसे प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री ने शपथ ग्रहण के बाद किसानों की कर्जमाफी की घोषणा की।
ऋणपुस्तिका शब्द की जगह दूसरे शब्द का खोजा जाना किसान स्वाभिमान से जुड़ी बात है।
सीएमओ ने किया ट्वीट
सीएमओ के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से इस संबंध में ट्विट भी किया गया है। जिसमें लिखा है।
छत्तीसगढ़ में बदलेगा किसान ऋण पुस्तिका का नाम। मुख्यमंत्री श्री
@bhupeshbaghel
ने भेंट मुलाक़ात के दौरान किसानों से नए नाम पर सुझाव मांगे हैं। जिसका नाम स्वीकृत होगा उसे एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान सभी के लिए सोचता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए किसान अन्नदाता कहलाता है।