12वीं के टॉपर लिस्ट में बालोद जिले के 3 बच्चों ने बनाई जगह, हीरापुर की दिव्या साहू,बालोद के निशांत रहे क्रमशः पांचवे और छठे स्थान और कोटागांव के बलवीर दसवें स्थान पर, पढ़िए कैसे एक मजदूर की बेटी और शिक्षक का बेटा पहुंचे इस मुकाम पर?
बालोद/ रायपुर। छत्तीसगढ़ के 10वीं और 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम जारी हो चुका है। साथ ही मेरिट लिस्ट भी आ चुकी है। इस बार दसवीं में तो बालोद जिले से कोई टॉपर टॉप टेन में नहीं आ पाए हैं । लेकिन 12वीं में 3 बच्चों ने कमाल किया है। सबसे बड़ी बात झलमला हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाली एक मजदूर महिला योगेश्वरी की बेटी दिव्या साहू पांचवा स्थान हासिल किया है। तो वहीं बालोद के ही आमापारा में रहने वाले शिक्षक घनाराम देशमुख, जोकि सांकरा ज हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ हैं, के बेटे निशांत देशमुख ने भी 12वीं बोर्ड छठा स्थान बनाया है। सरकारी स्कूल कोटागांव डौंडी ब्लॉक से भी छात्र बलवीर पिता घनश्याम ने भी मेरिट में दसवां स्थान पाया है। इस तरह सरकारी स्कूल से दो और निजी से एक बच्चे की इस उपलब्धि से बालोद जिले का गौरव बढ़ा है।
निशांत देशमुख बालोद के ही महावीर इंग्लिश मीडियम स्कूल के छात्र है तो दिव्या ने सरकारी स्कूल झलमला से पढ़ाई की है। जब हमने फोन किया तो दिव्या की मां योगेश्वरी मनरेगा में काम करने पहुंची थी। बेटी की उपलब्धि की खबर सुनकर भावुक हो गई और अपनी बेटी पर नाज करने लगी। उन्होंने कहा कि दिव्या के पिता का निधन 8 साल पहले हो चुका है। उनकी तीन बेटियां हैं। बड़ी-बड़ी मधुबाला एमए फाइनल, दूसरी वाली उर्वशी बीए फाइनल में है तो सबसे छोटी दिव्या 12वीं में थी। वह काफी मेहनती थी और लगन से पढ़ाई करती थी। उन्होंने बालोद के एक वर्मा सर से कोचिंग भी ली है। इस उपलब्धि पर बच्चों ने परिवार और गुरुजनों का आशीर्वाद बताया तो वही सफलता का तीन मंत्र देते हुए टॉपर्स ने कहा कि सेल्फ कॉन्फिडेंस, रिवीजन और स्मार्ट स्टडी से हम इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
किसे कितने अंक मिले
12वीं टॉपर लिस्ट में पांचवें स्थान पर आई दिव्या साहू को 482 अंक मिले हैं। जो प्रतिशत में 96.40% होते हैं। इसी तरह छठे स्थान पर आए निशांत देशमुख को 481 अंक, 96.20% हासिल हुए हैं। इसी तरह दसवें स्थान पर रहे बलवीर ने 477 अंक यानी 95.40 % हासिल किए हैं।
घुमका की नरगिस भी हुई दसवीं उत्तीर्ण
इसी तरह बालोद जिले के ग्राम घुमका निवासी नरगिस खान , पिता फिरोज़ खान , 13 वर्षीय, जिसे कक्षा सातवीं से दसवीं बोर्ड में परीक्षा दिलाने हेतु विशेष अनुमति दी गई थी उसने 90.5% लाकर जिले का नाम रोशन किया है।
देखिए मेरिट लिस्ट
नोट : बाद में टॉपर्स की संख्या फेरबदल हो सकती है। अतः शिक्षा विभाग की रिपोर्ट को ही अंतिम माने।