पोल शिफ्टिंग को लेकर जगन्नाथपुर में था विवाद, पहुंचे अधिकारी, बोले नियम से शुल्क जमा कर ही हटवाना होगा खंभा, नहीं कटेगा पड़ोसियों का सर्विस तार

बालोद। वर्तमान में ग्राम जगन्नाथपुर से बालोद मार्ग पर बिजली पोल शिफ्टिंग का कार्य चल रहा है। इस दौरान जगन्नाथपुर के आबादी पारा में एक पोल को लेकर लगभग 1 हफ्ते से विवाद खड़ा हुआ है। मामला गंभीर होता जा रहा था।

जिसकी शिकायत विभाग के अफसरों तक भी हो चुकी थी। सड़क किनारे रहने वाले ईश्वर देशमुख का कहना था कि उनके घर के पास जो बिजली खंबा है उसे हटाया जाए और जो नया पोल रोड किनारे लगा है

, उसमें सभी के सर्विस तार को जोड़ा जाए लेकिन इस बात की जानकारी मिलने के बाद आसपास के रहने वाले मधु यादव, रुक्मणी विश्वकर्मा, तियारी राम ठाकुर और तामेश्वर ठाकुर के द्वारा यह कहकर विरोध किया जा रहा था कि अपनी सुविधा के लिए खंभा हटवा रहे हो तो हमारा सर्विस तार छोटा होगा। नया लगा कर दो तब हम सहमत हैं।

वरना हम नहीं हटवाने देंगे। इसकी सभी प्रभावित लोगों ने लिखित शिकायत भी की थी।

मामला विवादित होता जा रहा था। एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा था। सांकरा ज बिजली उपकेंद्र के लाइनमैन राजेश गावरे द्वारा दो-तीन बार समझाइश भी दी गई थी कि नियमतः खंबा हटवाने हेतु आवेदन करें, जो भी शुल्क होगा वह चुकाना होगा।

लेकिन ईश्वर देशमुख के द्वारा बात नहीं मानी जा रही थी। वह और उनकी पत्नी रीना देशमुख और माता बिमला बाई द्वारा आए दिन पड़ोसियों के साथ वाद-विवाद किया जा रहा था। मामला काफी विवादित हो रहा था और तनाव की स्थिति निर्मित हो रही थी। जिसके चलते बालोद बिजली विभाग से एई हितेंद्र यादव शनिवार को सुबह 11.30 बजे स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे और उन्होंने लगभग 35 से 40 साल पहले लगे खंभे में कनेक्शन को देखकर ईश्वर देशमुख से कहा कि अगर आपको यह खंबा हटाना है तो विधिवत आवेदन करें, तब यह हटेगा और आगे भी नहीं बढ़ेगा। इसे आप बगल में लगा सकते हैं ताकि किसी का सर्विस तार छोटा ना पड़े।

आपकी वजह से किसी का तार कटता है तो उसकी भरपाई भी देनी होगी। उन्होंने ये स्पष्ट आश्वासन दिया कि अपने सुविधा के लिए खंभा हटवाना है तो इससे किसी को होने वाले नुकसान को भी उठाना होगा। मोहल्ले के वरिष्ठ ग्रामीण तियारी ठाकुर ने अधिकारी को बताया कि यह खंभा 35 से 40 साल पहले से लगा हुआ है। आसपास रहने वाले सभी का कनेक्शन इसी में है। ईश्वर देशमुख ने जब मकान बनाया तो उसी समय उन्हें हटवाने के लिए आवेदन कर देनी चाहिए थी। अभी उनका मकान बन चुका है। इसके बाद भी हटवाना चाह रहे हैं। तो इसमें आसपास के पड़ोसियों का कनेक्शन छोटा पड़ेगा और हम उनके फायदे के लिए अपना नुकसान क्यों करें? इसलिए हम हटने नहीं देंगे।

हम इसी पोल से अपनी बिजली सुविधा लेंगे। अधिकारी ने उनकी बातों को समझा और मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया ।उन्होंने वास्तविकता पाते हुए पड़ोसियों की मांग को जायज ठहराते हुए ईश्वर देशमुख को स्पष्ट समझाइश दिया कि नियम का पालन करें। गलत तरीके से खंभा हटा तो कार्रवाई होगी। अधिकारी की चेतावनी और समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। तो वही अधिकारी द्वारा प्रभावित लोगों के साथ न्याय करने के लिए ग्रामीणों ने आभार जताया।

छप्पर के ऊपर से गुजरे सर्विस तार को लेकर भी दिया स्पष्टीकरण

इस दौरान ईश्वर देशमुख द्वारा यह भी कहा गया कि मैं नियम से खंभा लगवाने के लिए आवेदन करूंगा। लेकिन मेरे घर के ऊपर से पड़ोसियों का तार गुजरा है उसे हटाया जाए। इस पर एई श्री यादव ने स्पष्ट कहा कि अगर उसे भी आप को हटाना है तो उसकी भरपाई भी आपको ही करनी होगी। क्योंकि तार पहले से लगे हैं, आपका मकान बाद में बना है।

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