रामचरितमानस विश्व का सर्वमान्य मानवीय आदर्श ग्रंथ – जगदीश देशमुख
बालोद। भगवान श्री राम हमारे राष्ट्रीय अस्मिता के प्रतीक हैं। श्री राम भारतीय जनमानस में लोक चेतना और सांस्कृतिक जागरण के महानायक है।
श्रीराम समाज के दलित, वंचित, शोषित पीड़ितों के सेवक है ,उनके उद्धारक है ।इतना ही नहीं श्री राम भारतीय दर्शन में अखंड राष्ट्रीयता के निर्माता है जिन्होंने अयोध्या से लेकर लंका तक की यात्रा कर भारत को आतंक मुक्त तथा समृद्ध राष्ट्र बनाया था। श्री राम युगो और भूगोल से परे हैं वे आज भी प्रासंगिक और शाश्वत है ।लेकिन उत्तरप्रदेश के समाजवादी पार्टियों के अधर्मी और विधर्मी नेताओं के द्वारा विश्व वांगमय के आदर्श और मर्यादा के ग्रंथ रामचरितमानस की प्रतियां को जलाना राष्ट्रद्रोह और राष्ट्रीय अपराध है ।उत्तर प्रदेश में हुई इस घटना पर श्री तुलसी मानस प्रतिष्ठान के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश देशमुख ने ग्राम जमरुवा में आयोजित तीन दिवसीय मानस महोत्सव के शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।
श्री देशमुख ने कहा कि महाकवि तुलसी के चौपाइयों को बिना समझे अर्थ का अनर्थ करते हुए तथाकथित हिंदू विरोधी ताकतों के द्वारा अनेकानेक जातियां और समाज को लड़ाने और तोड़ने का दुष्प्रयास किया जा रहा है ।तुलसी ने रामचरितमानस में कभी भी शूद्रो और नारियों का अपमान नहीं किया है । ऐसे लोगों को रामायण की सभी चौपाई की सम्यक अध्ययन की आवश्यकता है।
श्री देशमुख ने कहा कि कोई भी ग्रंथ या महाकाव्य किसी भी कवि का समकालीन काव्य होता है जो उस समय की परिस्थिति तथा व्यवस्था पर केंद्रित होता है ।आज रामचरितमानस विश्व का सर्वमान्य मानवीय आदर्श ग्रंथ है जिसे पढ़कर परिवार, समाज और राष्ट्र शांति और सद्भाव का अनुभव कर रहा है। श्री तुलसी मानस प्रतिष्ठान ऐसे राष्ट्रद्रोही विधर्मियो की घोर निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग करता है। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में लीलाराम डडसेना सरपंच करहीभदर, दिनेश सिन्हा सरपंच सांकरा,किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष तोमन साहू, कैलाश बिशाई ,मदन लाल साहू ,खिलावन देवांगन, उदे तारम, चेतन साहू, गणेश यादव, कन्हैया साहू, अमृत देवांगन ,रोहित नेताम, सेवंत साहू ,कलाराम पिस्दा, नम्मू साहू सुखदेव साहू उपस्थित रहे।