आखिर ऐसा क्या है मामला कि हथौद के उपसरपंच ने कर दी है आरईएस के इंजीनियर के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत?
बालोद। बालोद ब्लाक के ग्राम हथौद के उपसरपंच मनोज साहू ने कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग (आरईएस) बालोद में पदस्थ कोमल सिंह धुर्वे के खिलाफ कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत की है। उन्होंने हथौद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत बन रहे आजीविका कार्यक्रम हेतु वर्किंग शेड निर्माण क्रमांक 2 में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। जो कि लगभग 20 लाख की राशि से बनाया जाना है। उन्होंने मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से करते हुए इंजीनियर पर कार्यवाही के साथ उन्हें यहां से हटाने की मांग की है। यह भी आरोप लगाया कि वह लंबे समय से एक ही जगह पर पदस्थ हैं।
मनोज कुमार साहू निवासी हथौद, ने बताया हथौद, प.ह.नं. 26, ग्राम पंचायत हथौद तहसील व जिला बालोद (छ.ग.) में आजीविका मिशन के तहत् एस.एच.जी. शेड़ का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिस स्थान पर निर्माण हेतु ले आउट हुआ था उस स्थान पर निर्माण कार्य न करा कर उसके बाजू में निर्माण किया जा रहा है। खुदाई के दौरान बड़ा बड़ा पत्थर निकला है, उसे न हटा कर उसमें मिट्टी मिला हुआ मुरूम का पटाव किया गया है। उपरोक्त समस्त कार्य इजीनियर कोमल सिंह धुर्वे के देखरेख एवं निगरानी में किया जा रहा है। जो अपना कार्य निर्वहन सही ढंग से नहीं कर रहा है। अपना मनमानी के साथ निर्माण कार्य को गुणवत्ता हीन बनाया जा रहा है।
14 साल से एक ही जगह पदस्थ
उपसरपंच ये भी आरोप लगाया कि उक्त विवादित इंजीनियर एक ही जनपद क्षेत्र में पिछले 14 वर्षो से तथा विगत पिछले 05-06 वर्षों से एक ही पंचायत स्थान पर पदस्थ है तथा पंचायत संबंधी कार्य में व्यवधान उत्पन्न करता है।
जिसके कारण सरपंच एवं उप सरपंच मानसिक रूप से परेशान हो रहे है। ऐसी स्थिति में उक्त कार्य का उचित जांच किया जाए एवं इंजिनियर को हटाया जाए।
इंजीनियर ने कहा काम गुणवत्ता से हो रहा है, आकर देख सकते हैं
वही मामले में जिस इंजीनियर कोमल सिंह धुर्वे पर आरोप लगा है, उनसे जब हमने बातचीत की तो उनका कहना था कि उपसरपंच द्वारा गलत आरोप लगाया जा रहा है। लेआउट बदला जा सकता है। यह हमारे क्षेत्र अधिकार है। तो वही काम में पूरी तरह गुणवत्ता बरती जा रही है। आप स्वयं आकर स्थिति का मुआयना कर सकते हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।