छमाही परीक्षा दिलाना छोड़ शिक्षक की मांग लेकर सड़क पर तिरंगा लिए बैठे रहे अरजपुरी के बच्चे, 4 शिक्षकों का हुआ इंतजाम, तब मामला हुआ शांत
बालोद। डौंडीलोहारा ब्लाक के ग्राम अरजपुरी के हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए अर्धवार्षिक परीक्षा का बहिष्कार कर चक्का जाम पर बैठ गए थे।
अंबागढ़ चौकी मुख्य मार्ग पर गांव के कुछ स्थानीय नेताओं के नेतृत्व में धरना पर बैठे हुए थे। इसके पूर्व से ही ज्ञापन देकर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी । पर कोई ध्यान नही दिया गया। ज्ञापन के बाद भी समस्या दूर नही होने पर बच्चे नाराज हुए और परीक्षा छोड़कर सड़क पर बैठ गए। इस दौरान बच्चे तिरंगा और महात्मा गांधी की तस्वीर लिए बैठे थे। शिक्षा विभाग के अफसरों को बच्चों की मांगों के सामने झुकना पड़ा और 4 शिक्षकों की आनन-फानन में व्यवस्था की गई। दो को तो तत्काल जॉइनिंग हो गई शेष दो शिक्षक कल तक ज्वाइन हो जाएंगे।
तहसीलदार के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा गया था ज्ञापन
वनांचल ग्राम अरजपुरी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने डौंडी लोहारा तहसीलदार के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी के नाम ज्ञापन दिया था। जिसमें जिक्र था कि विगत लगभग 3 माह से शिक्षको की कमी के चलते बच्चो की पढ़ाई नही हो पाई है। जिस कारण वह वर्तमान में परीक्षा देने सक्षम नहीं है,इस कारण विद्यार्थियों में काफी आक्रोश है जिसके चलते विद्यार्थी गण 16 दिसंबर से होने वाले अर्धवार्षिक परीक्षा का बहिष्कार करने की सूचना प्रेषित करते हुए,अंग्रेजी,रसायन शास्त्र,भौतिक शास्त्र,भूगोल,गणित,संस्कृत विषयो के शिक्षक की मांग किए ।अगर मांग पुरा नही होता है तो 12 दिसंबर सोमवार से शाला में तालाबंदी कर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। शाला नायक निखिल ठाकुर ने बताया की हम सभी विद्यार्थी शिक्षको की कमी के चलते परेशान थे इसलिए हम चाहते थे कि जल्द से जल्द शिक्षको की पूर्ति हो,साथ ही वर्तमान स्थिति में हम परीक्षा हेतु तैयार नहीं है इस कारण अर्धवार्षिक परीक्षा का बहिष्कार की गई। ग्रामीण युवा पंकज जैन ने कहा हमारा वनांचल क्षेत्र होने के कारण शासन प्रशासन ध्यान केंद्रित नही कर रही है,गरीब पिछड़े बच्चो को शिक्षा से विहीन रख शासन प्रशासन हमारे क्षेत्र के बच्चो के भविष्य और शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है,जो गलत है। हम अपने क्षेत्र के बच्चो के साथ ऐसा कृत्य बर्दाश्त नही करेंगे,हमारे क्षेत्र के बच्चो को भी शिक्षा ग्रहण करने का पूर्ण अधिकार है जिसके लिए सर्व सुविधा शिक्षकों की कमी इन सब का समाधान शासन प्रशासन को आवश्यक रूप से करना होगा,अन्यथा क्षेत्र व ग्राम वासी बच्चो के लिए न्याय की लड़ाई अवश्य लड़ेंगे।
यह लिखित आश्वासन मांगा गया
आंदोलन के दौरान पंकज जैन ने अफसरों से लिखित में वचन मांगा कि अटैच किए गए शिक्षको में से कोई भी शिक्षक विद्यालय से नही जायेंगे,जब तक स्थाई शिक्षको की पूर्ति नही हो जाती,जिसपर प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी सहमति लिखित व मौखिक रूप में दी,वही ग्राम अरजपुरी में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने की भी मांग भी की गई। जिस पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने आश्वासन देते हुए आदेश आने तक का समय मांगी है,वही 3 दिनों के अंदर शिक्षक स्कूल में ज्वाइन करेंगे,अगर ज्वाइन नही कर पाते है तो पुनः गुरुवार को चक्काजाम जाम कर उग्र आंदोलन की चेतवानी प्रशासन को दे दी गई है।