एक शिक्षक ऐसें भी ,41 साल शिक्षा विभाग में सेवा देकर पा रहे सुखद विदाई, बच्चों की शिक्षा की चिंता इसलिए सेवानिवृत्ति
के बाद भी दो माह स्वैच्छिक पढ़ाएंगे

बालोद। शाला प्रांगण सिब्दी में संकुल स्तरीय शिक्षक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें शिवदयाल भुआर्य सेवानिवृत्त प्रधान पाठक शास पू मा शाला सिब्दी का सम्मान शिक्षक विदाई समारोह के रूप में किया गया ।श्री भुआर्य का विदाई संयुक्त रुप से अविभाजित भरदाकला संकुल के समस्त 16 शालाओं के शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा किया गया। जिसमें ग्रामीण जनों द्वारा भी बढ़ चढ़कर विदाई समारोह में भाग लेकर सम्मानित किया गया। ग्रामीण जनों द्वारा श्री शिवदयाल भुआर्य को बहुमूल्य वस्तुओं को उपहार के रुप में प्रदान किया गया। वही सेवानिवृत्ति के बाद भी अभी 2 माह वे बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिए हैं। श्री भुआर्य के इस कदम पर सभी शिक्षकों और शाला प्रबंधन ने उनकी सराहना की।

उन्हें बच्चों की पढ़ाई की चिंता है जिसके चलते हुए रिटायर्ड होने के बाद भी इस शिक्षा सत्र में पूरे 2 माह तक स्वैच्छिक पढ़ाने निर्णय लिए हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वि खं शि अ गुण्डरदेही एम एस चौहान थे। अध्यक्षता डी आर कौमार्य प्राचार्य शास उ मा वि भरदाकला ने की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि यू उके प्राचार्य शास हाई स्कूल जेवरतला,डॉ पी एस बेलचंदन,विजयपाल बेलचंदन उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी बालोद,योगेंद्र बेलचंदन सेवानिवृत्त शिक्षक,कुंजलाल गायकवाड़ सेवानिवृत्त शिक्षक, सदानंद सिन्हा सेवानिवृत्त शिक्षक, कामता प्रसाद सिन्हा शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष,रविंद्र बेलचंदन, भीखम देशमुख, एस पी पवार सीएसी अर्जुन्दा आदि थे। विदाई समारोह में स्वागत भाषण संकुल समन्वयक जेवरतला दुर्गेश कुमार ठाकुर द्वारा दिया गया। जिसमें अतिथि स्वागत ,भुआर्य सर के कार्यो की जानकारी व शिक्षक मांग की बातों को रखा गया।
कार्यक्रम का संचालन सुरेश सेन शिक्षक शास पू मा शाला सिब्दी व संजय कुमार सेन शिक्षक शास प्राथ शाला चीरचार द्वारा किया। आभार व्यक्त एन पी चौधरी संकुल समन्वयक भरदाकला द्वारा किया गया। जिसमें कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अतिथि गण व ग्रामीण जनों को सफल आयोजन सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत धरती के सिंगार गायकों के द्वारा राजकीय गीत,राष्ट्र गान के साथ किया गया। भुआर्य जी के प्रमुख काम जिसके कारण उनकी छवि ग्रामीण जनों के प्रति पाकसाफ बनी। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिब्दी को आदर्श शाला के रूप में पहचान दिलवाना। शाला में जन सहयोग से स्मार्ट टीवी की व्यवस्था करना। वि खं में प्रथम गणित व विज्ञान लैब की स्थापना करना , काम के प्रति समर्पण व अनुशासित होने के कारण सत्र 2020 में वि खं स्तर में माध्यमिक विभाग से उत्कृष्ट प्र पा का संभाग स्तर में सम्मान प्राप्त होना, अपने स्वयं के व्यय से बच्चों के लिए टाई,बेल्ट,परिचय पत्र व खाने हेतु थाली की व्यवस्था करना, शाला में मनमोहक बागवानी व प्रिंटरिंट वातावरण का निर्माण करना आदि प्रमुख योगदान रहें।

क्या बोले अतिथिगण

वि खं शि अधिकारी गुण्डरदेही एम एस चौहान ने कहा शिवदयाल भुआर्य एक अनुशासित इंसानियत के धनी है। आशा है कि भविष्य में भी हमारा वि खं बालोद जिलें में हमेशा अग्रसर रहें । मेरे द्वारा शास पूर्व माध्य शाला सिब्दी का निरीक्षण किया गया था। जिसमें शिक्षक सभी विषय विशेषज्ञ , शाला में आकर्षक प्रिंटरिंच वातावरण निर्मित किया गया है। शाला में स्मार्ट क्लास हेतु समुदाय व शिक्षकों के सहयोग से स्मार्ट टीवी खरीदकर डिजीटल कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। शाला में गणित लैब का भी स्थापना किया गया है ।जिसमें विभिन्न विभिन्न स्वनिर्मित सामग्रियों का निर्माण किया गया है। विजयपाल सिंह बेलचंदन जिला उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी बालोद व ग्राम प्रमुख सिब्दी ने कहा हमें हर्ष है कि हमारे ग्राम के स्कूल की शिक्षक/शिक्षिका को उनके द्वारा किए गए कार्यों के कारण पुरस्कार प्राप्त हुआ । शाला सिब्दी को संवारने में भुआर्य जी की महत्ती भूमिका रही है। हम आज उनके सेवानिवृत्त होते पर उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।

दो माह स्वैच्छिक पढ़ाएंगे

उषा उके संकुल प्राचार्य संकुल केन्द्र जेवरतला ने कहा भुआर्य सर के सेवानिवृत्त होने के कारण शाला में शिक्षक की कमी हो रही है। तो भुआर्य सर दो माह स्वैच्छिक रूप से सेवा प्रदान कर बच्चों का मार्ग दर्शन करेंगे। उनका यह प्रयास अनु करणीय है। जो बताता है कि वह सेवानिवृत्ति के बाद भी बच्चों के अध्यापन में रुचि रखते हैं। डी आर कौमार्य प्राचार्य शास उ मा वि भरदाकला, भुआर्य सर हमारे संस्था में भी सेवा प्रदान कर चुके है वे पढ़ाई के प्रति ईमानदार, अनुशासित रहे है।

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