Sat. Sep 21st, 2024

बालोद। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर के अंतर्गत बच्चों को अब सुरक्षित व उच्च गुणवत्ता ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर मोहल्ला कक्षा को रुचिपूर्ण बनाया रहा है। बालोद जिले में शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी रहने वाले शिक्षक जो हमेशा अपने कामो से पहचाने जाते है विवेक धुर्वे व्याख्याता (वाणिज्य) शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ज/सांकरा, जिला-बालोद। इनका कहना है कि ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का प्रयोग ज्यादातर प्राइमरी व मिडिल स्तर के विद्यार्थियों के लिए बेहतर है। पर आज मैंने अपने कक्षा 12 वी वाणिज्य के विद्यार्थियों को थोड़ा अलग तरीके से पढ़ाई करवाया, जिसमे वाणिज्य से संबंधित व्यापारिक मॉल, आफिस, डाइनासोर से परिचित करवाया कि वास्तविक दुनिया में आप बैठे बैठे परिचित हो जाए। सभी विद्यार्थियों को बहुत ही आंनद आया और पढाई के प्रति रुचि भी जागृत हुई।

ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का आशय
ऑगमेंटेड का मतलब होता है, किसी भी चीज को बढ़ाकर या बेहतर बनाकर दिखाना। रियलिटी होता है, सच्चाई। इसके अनुसार ऑगमेंटेड रियलिटी का मतलब होता है, किसी भी चीज को बेहतर बनाकर दिखाना, जिससे वह बिलकुल वास्तविक लगे। ऑगमेंटेड रियलिटी वर्चुअल रियलिटी का ही दूसरा रूप है, इस तकनीक में आपके आसपास के वातावरण से मेल खाता हुआ एक कंप्‍यूटर जनित वातावरण तैयार किया जा सकता हैं।आसान भाषा में समझे तो आपके आसपास के वातावरण के साथ एक और आभासी दुनिया को जोडकर एक वर्चुअल सीन तैयार किया जाता है, जो देखने में वास्‍तविक लगता है।

ये भी वर्चुअल रियलिटी के जैसे ही है पर ये आपको आपकी ही दुनिया में ही रख कर आपके नज़र को एडवांस बना देगा। यानि आप वास्तविक दुनिया और आभासी दुनिया बीच फर्क नहीं बता पाएंगे। आज बच्चों को पढ़ाई के नए तकनीक से यदि पढ़ाया जाए तो बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जागेगी और प्रतिदिन की भांति उनको कुछ नया सीखने को मिलेगा और ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का प्रयोग छत्तीसगढ़ के सभी विद्यालयों में किया जाना चाहिए। जिससे बच्चों को सीखने के नए अवसर प्राप्त होंगे। बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जागेगी। ज्ञात हो कि पिछले कई महीनों से ऑनलाइन कक्षा के अलावा मोहल्ला कक्षा का संचालन विवेक धुर्वे के द्वारा किया जा रहा है। इनका कहना है अभी भी कोरोना वैश्विक महामारी फैली है उसको ध्यान में रखते हुए सभी कोविड-19 के नियम का पालन करते हुए मास्क,बच्चों को पूर्ण रूप से सेनेटाइजर व जिस भवन में पढ़ाई करवाते है इसे प्रतिदिन सेनेटाइजर करके बच्चों को अंदर प्रवेश दिया जाता है। जगन्नाथपुर/ सांकरा के सभी जनसमुदाय का सहयोग मिलता रहता है। समय समय पर विवेक धुर्वे के द्वारा सभी बच्चों के पालकों से ऑनलाइन मीटिंग या व्यक्तिगत मीटिंग करके बच्चों के पढाई के प्रति व कोविड-19 के बारे में जानकारी देते रहते है।

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