नव विवाहिता को दहेज के नाम पर प्रताड़ना, कमजोर हुई महिला, प्रसव में बच्चा भी मृत पैदा, पति, सास और ननद के खिलाफ मामला हुआ दर्ज
बालोद। बालोद थाने में दहेज प्रताड़ना का एक मामला सामने आया है। जिसमें आरोपी पति, सास और ननद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता का मायका ग्राम हीरापुर है। जो शादी होकर ग्राम द्वारका डीह थाना गुंडरदेही गई हुई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने उन्हें इतना प्रताड़ित किया कि उनके खान-पान का ध्यान नहीं रहा। वह कमजोर हो गई। वह गर्भवती हुई जरूर लेकिन बच्चा भी मृत पैदा हुआ। अब उसकी स्थिति और भी दयनीय हो गई है। वह अपाहिज की जिंदगी जी रही है। दहेज प्रताड़ना से इतनी परेशान हो गई कि उसे मायके में शरण लेनी पड़ी। इलाज के लिए भर्ती रही लेकिन कोई ध्यान ससुराल वालों द्वारा नहीं दिया गया। दहेज में मोटरसाइकिल, गैस चूल्हा आदि ना देने को लेकर प्रताड़ित किया जाता रहा। प्रार्थिया उमिया बाई साहू ने बताया मै ग्राम द्वारिकाडीह थाना गुण्डरदेही की रहने वाली हूं, वर्तमान में हीरापुर में अपने पिता के पास रहती हूं । मेरा विवाह 14 दिसंबर 2021 को चेतन लाल साहू पिता दुष्यंत साहू उम्र 28 वर्ष ग्राम द्वारिकाडीह, थाना/तहसील गुण्डरदेही जिला बालोद (छ.ग.) के साथ हिन्दू सामाजिक रीति-रिवाज अनुसार संपन्न हुआ है । विवाह के 15 दिन बाद से मेरे पति, सास व ननद के द्वारा तेरे मायके वाले दहेज में कुछ भी नही दिये है कहकर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडित करते थे । पति, सास व ननद के द्वारा छोटी-छोटी बात पर ताना देते थे कि तेरे मायके वाले दहेज में कुछ भी नही दिये है, मोटर सायकल, गैस-चुल्हा और नगद रकम मांगे थे, जो नही दिये है, कंगाल घर से आई है, दहेज में कुछ नही लाई हो, कहकर मानसिक रूप से प्रताडित करते थे तथा भरपेट भोजन भी नही देते थे जिसके कारण मै शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गई थी, इसके बाद भी जबरदस्ती रोज खेत में काम करवाते थे और बार-बार कहते थे कि जब तक तुम अपने मायके से मोटर सायकल, गैस चुल्हा और नगदी रकम लेकर नही आओगी तब तक तुझे इसी तरह से प्रताडित करते रहेंगे, मै वैसे भी एक बार जेल जा चुकी हूं और जेल जाना पडे तो तुझे जान सहित मारकर जेल जाऊंगी । इसी दौरान मै गर्भवती हो गई, उसके बाद भी रोजाना खेत में काम करवाते थे, जिसके कारण बहुत अधिक शारीरिक कमजोरी आ गई और मेरे हाथ-पैर में सूजन, बुखार, सिर दर्द, चक्कर एवं कमजोरी के कारण झटका भी आने लगा तथा बताने के बाद भी मेरे ससुराल वाले मेरा कोई ईलाज नही करवाते थे और नाटक करती हो कहकर गाली-गलौच एवं मारपीट कर शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडित करते थे और घर से निकल जाओ कहकर आधी रात को मारपीट कर घर से निकाल देते थे । सन 2022 में रक्षा बंधन त्यौहार के दिन शाम लगभग 04 बजे अपने मायके आई उसके दो दिन बाद 13 अगस्त 2022 को मेरे पिता मुझे उम्मीद हास्पीटल सिवनी (बालोद) में जोच के लिए ले गये थे, जह डाक्टर जांच करने के बाद बताया कि मां व बच्चे को सही ढंग से आहार-पोषण नही मिलने से दोनों बहुत कमजोर हो गये है तथा डिलीवरी में मां व बच्चे दोनों को खतरा है तथा 14 अगस्त 2022 को पुन: उम्मीद हास्पिटल गये जहाँ परिस्थिति को देखते हुए डिलीवरी हुआ किंतु उचित आहार एवं पोषण के अभाव के कारण 08 माह का मृत बच्चा पैदा हुआ। जिसका वजन 700 ग्राम था । मुझे मेरे पति, सास, ननद द्वारा इतना अधिक प्रताडित किया गया कि 08 माह होने के बाद भी मेरा बच्चा मृत पैदा हुआ एवं डिलीवरी के बाद ईलाज के दौरान 16 अगस्त 2022 को अचानक मेरा हाथ-पैर, कमर एकदम सुन्न हो गया एवं हाथ-पैर काम करना बंद कर दिया, तब मुझे चन्दू लाल हास्पिटल भिलाई में ईलाज हेतु भर्ती किया गया, जहां लगभग 06 दिन मेरा ईलाज चला । जिस दिन मेरी अस्पताल से छुट्टी हुई उस दिन मेरे पति एवं सास द्वारा मेरे पिता के साथ अस्पताल में अत्याधिक गाली-गलौच एवं लडाई-झगडा किया । मेरे पिता ने अपने मित्र जगदीश भाई पटेल को पैसे की मदद हेतु अस्पताल में बुलाया तब मेरे पति, सास ने मेरे पिता एवं उसके मित्र जगदीश भाई पटेल निवासी बालोद के साथ भी खूब गाली-गलौच किया और मेरे पति के मित्र रिखी क्षत्री मरौदा निवासी ने मेरे पिता को धमकी दिया था 15-20 गुंडे लाकर यहीं से तुझे उठवा दूंगा । मेरे पिता ने अस्पताल का बिल जमा कर मुझे अपने साथ बालोद लाये, तब से मै अपने मायके में रह रही हूं । मेरा हाथ-पैर व कमर पूरी तरह सुन्न हो गया है, हाथ-पैर काम नही कर रहा है।पुलिस ने पति चेतन साहू , सास लक्ष्मी बोधनी साहू , ननद अनुराधा साहू के विरूद्ध अपराध दर्ज किया।
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