खबर का असर- छात्राओं से अश्लील बात और छेड़खानी करने वाला गणित का टीचर हुआ निलंबित, पुलिस ने भेजा जेल
बालोद। मंगलवार को बालोद थाना क्षेत्र के एक गांव में गणित के शिक्षक द्वारा छात्राओं को खो-खो खेल खिलाने के बहाने छेड़खानी करने का मामला सामने आया था । एक छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट, छेड़खानी, लैंगिक अपराधों का मामला दर्ज किया था। मामले को हमने प्रमुखता से प्रकाशित किया। बुधवार को मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास कुमार बघेल ने उक्त आरोपित सहायक शिक्षक एलबी दीपक कुमार सोनी को निलंबित किया तो वही इधर बालोद पुलिस ने उन्हें रिमांड पर जेल भी भेजा।
छात्रा द्वारा आरोप लगाया गया है कि शिक्षक दीपक सोनी निवासी बालोद उन्हें खेल के बहाने इधर-उधर हाथ फेरता था। स्कूल के कमरे में भी बुलाकर उनसे गंदी बातें करते थे। तो वही फोन पर भी उनसे अश्लील बातचीत किया करते थे। मामला तब खुला जब हाल ही में गुरुर में होने वाले खो-खो प्रतियोगिता में जाने की तैयारी को लेकर एक छात्रा ने उन्हें फोन किया था। तो वह उनसे अश्लील बातें करने लग गए। जब बच्ची को उक्त शिक्षक से बात करते उनके पालकों ने देखा तो उन्होंने स्पीकर ऑन करने कहा। जब स्पीकर ऑन किए तो शिक्षक को पता नहीं था और वह अपनी धुन में छात्रा से अश्लील बातें करते चले जा रहे थे। यह सब हरकतें सुनकर पालको में आक्रोश बढ़ गया और गांव में बैठक लेकर शिक्षक के खिलाफ लामबंद हो गए। शिक्षक ने माफी मांगने की कोशिश भी की लेकिन छात्रा ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही। इसके बाद परिजन व ग्रामीण थाने पहुंचे। जहां आवेदन को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। बालोद थाना प्रभारी नवीन बोरकर ने बताया कि थाना क्षेत्र के एक गांव का मामला है। पॉक्सो एक्ट लगा है इसलिए ज्यादा कुछ बता नहीं सकते। छात्रा ने शिकायत की है कि खेल के बहाने उनके साथ छेड़खानी होती थी। अश्लील बातें किया जाता था। तो वहीं अगर छात्राएं विरोध करती थी तो शिक्षक कहता था कि यही तो मेरी गुरु दक्षिणा है। जैसा कहता हूं वैसा करना पड़ेगा। शिकायत के बाद आरोपी शिक्षक को बुधवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा गया है।
इधर जिला शिक्षा अधिकारी ने किया निलंबित
तो वही मामले को संज्ञान में लेते हुए उक्त सहायक शिक्षक एलबी दीपक कुमार सोनी को जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास कुमार बघेल द्वारा निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय डौंडीलोहारा निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान नियम अनुसार में जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
प्राइमरी स्कूल में है पोस्टिंग, मिडिल व हाई स्कूल तक के बच्चों को सिखाता था खो-खो
जानकारी के अनुसार बालोद थाना क्षेत्र के एक गांव में उक्त आरोपी गणित के शिक्षक के रूप में प्राइमरी स्कूल में पदस्थ है। लेकिन वह मिडिल व हाई स्कूल के बच्चों को भी खो-खो की ट्रेनिंग देता था। खेल के क्षेत्र में उनका प्रयास वैसे सराहनीय रहा है। उनके सिखाए कई बच्चों ने गोल्ड मेडल तक हासिल किया है। लेकिन शिक्षक पर लगे इस दाग ने शिक्षा जगत को कलंकित कर दिया है। वही सवाल यह भी खड़े होता है कि वह अधिकृत कोच नहीं है ना ही खेल शिक्षक। लेकिन विभिन्न प्रतियोगिता के दौरान शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें कोच नियुक्त करके बच्चों के साथ भेजा जाता था। सूत्रों के अनुसार छात्राओं के साथ इस तरह छेड़खानी की घटना पहले भी हो चुकी है। लेकिन कोई सामने नहीं आ पा रहा था। तो ग्रामीणों को भी शक था पर सबूत नहीं मिला था। अब जाकर सबूत हाथ लगे तो ग्रामीण भी शिक्षक को सलाखों के पीछे पहुंचाने एकजुट हो गए। तो वहीं 13 छात्राओं का बयान पुलिस ने इस घटना में पुष्टि के लिए लिया। सभी ने हिम्मत दिखा कर शिक्षक की घिनौनी हरकत का खुलासा किया।