बेटियां होती है लक्ष्मी स्वरूप इसलिए लक्ष्मी पूजन पर इस गांव में बेटियों के सम्मान में जले दीपक, बेटी है तो कल है थीम पर हुआ आयोजन, देखें तस्वीरें
बालोद। छग के बालोद ब्लॉक के ग्राम जगन्नाथपुर में बेटी है तो कल है थीम पर दिवाली मनाई गई। शाम 7:00 बजे इस गांव में यादव परिवार सहित अन्य ग्रामीणों द्वारा अपने घर के आंगन में रंगोली सजाकर बेटियों के सम्मान में दीप जलाए गए।
ज्ञात हो कि पिछले साल से इस तरह का आयोजन होता आ रहा है। जो बेटियों पर समर्पित होती है। इस बार कोरोना जागरूकता अभियान को जोड़ते हुए मास्क लगाओ, कोरोना भगाओ का नारा देते हुए रंगोली तैयार की गई थी।
कोरोना के चलते भीड़ ना जुटाने के कारण इस बार सामूहिक रुप के बजाय अपने-अपने घर आंगन के जरिए यह आयोजन हुआ। बता दें कि बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए ये आयोजन होता है।
गांव के यादव परिवार द्वारा दिवाली के पहले ही घर-घर 5-5 दीपक बांटकर लोगों को बेटियों के सम्मान में जलाने प्रेरित किया जाता है। इस घर की मुखिया मधुलता यादव ने बताया कि बेटी बेटा के प्रति फर्क दूर करने के लिए यह प्रयास करते हैं।
इस अभियान की शुरुआत में अपनी पोती वैष्णवी के जन्म से की है। जब प्रसव के बाद उनकी बहु माधुरी, व बेटा दीपक पोती को लेकर अस्पताल से घर आई तो लक्ष्मी स्वरूप मानकर उसकी पूजा की गई। इसलिए लक्ष्मी पूजन के दिन ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को नया रूप देते हुए बेटी है तो कल है, थीम पर दिवाली मनाई जाती है।