इस्तीफे पर जिला अध्यक्ष ने कहा जो छोड़ रहे पार्टी, वे 2 साल से नहीं थे सक्रिय, जिले में कार्यकर्ताओं का मनोबल सुदृढ़ एवं मजबूत है,आत्म सन्तुष्ट न हो पाना अलग बात
बालोद। जिला कांग्रेस कमेटी बालोद से पूर्व जिला अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला सहित कुछ अन्य पुराने लोगों द्वारा पार्टी छोड़ जाने पर जो सवाल खड़े हुए हैं और इस्तीफा दे रहे लोग जो कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं, इन आरोपों और सवालों का जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने मीडिया के जरिए जवाब दिया है। जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधियों के बीच बेहतर संबंध एवं समन्वय हैं। कहीं पर भी कार्यकर्ता हताश एवं निराश नहीं है। संगठन की ओर से दिए जा रहे सभी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। ऑफलाइन सदस्यता अभियान के बाद डिजिटल सदस्यता अभियान में लगे हुए हैं। अन्य सभी कार्यक्रमों में ब्लॉक पदाधिकारी जिला पदाधिकारी समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। साथ ही जिले के तीनों विधायकों का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। कहीं पर भी संदेह की गुंजाइश नहीं है। उक्त बातें जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्रीमती चंद्रप्रभा सुधाकर ने व्यक्त करते हुए कहा कि जो पूर्व जिला अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष रजनी कांत शर्मा, सुरेश साहू पूर्व अध्यक्ष होने के नाते जिला कांग्रेस कमेटी के स्थाई आमंत्रित सदस्य रहे हैं। लेकिन इन लोगों के द्वारा जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में विगत 2 साल में कभी उपस्थिति नहीं दिए और ना ही संगठन के किसी कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इन लोगों के द्वारा स्वयमेव दूरी बना कर रखी गई थी। बैठक की सूचना होने के बाद भी बैठक में कार्यक्रम में नहीं आना निष्क्रियता का घोतक है। संगठन से कोई सदस्य दूर हो जाए तो दुख जरूर लगता है। लेकिन उपेक्षित होने का आरोप लगाना सरासर गलत है। ऐसा कुछ है ही नहीं। रही बात संगठन का सत्ता में आना, तो संगठन सत्ता में आए इसके लिए सभी कार्यकर्ता मेहनत किए हैं। जिस का प्रतिफल है कि आज बालोद जिले में तीनों विधानसभा क्षेत्र पर कांग्रेस काबिज है और भविष्य में भी तीनों विधानसभा में कांग्रेसी विधायक ही रहेंगे। संगठन के सत्ता में आने पर सभी की इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा कर पाना संभव नहीं हो पाता। फिर भी संगठन के द्वारा कार्यकर्ताओं की बातों को पहुंचाने का प्रयास किया जाता है और जो काम संभव है उसे पूरा भी किया जा रहा है।