ऐसा प्रदर्शन पहली बार- धारा 144 का तोड़ निकालते बालोद में भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने 4-4 की संख्या में फूक दिया पंजाब सीएम चन्नी का पुतला, पढ़िए क्यों है इतना गुस्सा?

बालोद। पंजाब में सामने आई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर पूरे देश में भाजपाई खफा हैं तो वही इसे स्थानीय कांग्रेसी सरकार की चालबाजी भी बताई जा रही है। जो पंजाब में काबिज है। इस घटना के विरोध में भाजपाइयों व भाजयुमो द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। ऐसा ही विरोध बालोद जिले में भी हुआ। चूंकि बालोद में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले में कलेक्टर द्वारा धारा 144 लागू किया गया है।

ऐसे में भीड़ जुटाना मुमकिन नहीं था। तो भाजपाइयों ने भी इस घटना का विरोध जताने के लिए आदेश के दायरे में ही पुतला दहन कर दिया। भाजयुमो ग्रामीण मंडल के द्वारा झलमला तिराहे पर 4 कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में ही पुतला जलाया गया। पहली बार इस तरह से पुतला दहन हुआ। जिसमें 4 लोग ही मौजूद रहे। ऐसा आदेश का पालन करने के लिए ही किया गया था। पहले से ही कार्यकर्ताओं को अपील की गई थी कि 4-4 की संख्या में ही निर्धारित जगह पर पुतला जलाने के लिए जाएंगे। भाजपाइयों ने पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी का पुतला जलाया और नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस को भी चकमा देने के लिए भाजपाइयों द्वारा ऐसा पुतला तैयार किया गया था जिसे पहले से ही पेट्रोल से पूरी तरह से नहला दिया गया था और नारेबाजी करते ही उसे चौक पर जाकर जला दिया गया। जब पुतला जलने लगा तब कहीं दूर से दौड़ते हुए पुलिस बाल्टी में पानी लेकर आई और उसे बुझाने का प्रयास किया गया। लेकिन तब तक काफी पुतला जल चुका था।

मशाल यात्रा का भी आयोजन
भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला द्वारा मशाल यात्रा भी निकाली गई। भाजयुमो प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर व जिला भाजयुमो के सभी मंडलों में पंजाब में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा व्यवस्था पर पंजाब सरकार की दोहरी चरित्र के विरुद्ध कांग्रेस के मुख्यमंत्री के विरुद्ध सभी मंडल मुख्यालय में पुतला दहन किया गया। झलमला में पुतला दहन में दानवीर साहू विशेष आमन्त्रित सदस्य,संजय साहू जिला उपाध्यक्ष, गजेंद्र यादव जिला प्रशिक्षण प्रमुख, संजय जांगड़े महामंत्री भाजयुमो ग्रामीण बालोद शामिल रहे।
क्या है मामला, जानिए
बता दें कि पीएम मोदी पंजाब बठिंडा पहुंचे थे। यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। लेकिन खराब रोशनी और बारिश के चलते पीएम मोदी 20 मिनट तक इंतजार करते रहे. लेकिन मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क के रास्ते राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने का फैसला किया। इस रास्ते से 2 घंटे का समय लगना था। पंजाब डीजीपी से सुरक्षा प्रबंधों की पुष्टि के बाद पीएम मोदी सड़क के रास्ते आगे बढ़े । राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले ही पीएम मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो यहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था। इसके चलते पीएम मोदी के काफिले को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा। इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है।
भाजपाइयों का बयानी हमला
जिला भाजपा अध्यक्ष केसी पवार ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने आगामी विधान सभा चुनाव में जनता के हाथों करारी हार के डर से पंजाब में देश के पीएम मोदी के कार्यक्रमों को विफल करने के लिए हर संभव कोशिश की। प्रधानमंत्री की सुरक्षा से खिलवाड़ किया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने ऐसा करने में इस बात की भी परवाह नहीं की कि देश के प्रधानमंत्री को देश के महान सपूत सरदार भगत सिंह और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि देनी थी और राज्य में प्रमुख विकास कार्यों की आधारशिला रखनी थी.