November 22, 2024

सोचो एक पल- ना होगा जल तो, क्या होगा कल ? नदी उत्सव पर नदी बचाने के लिए इस शख्स ने चेहरे पर ही करवा दी पेंटिंग

नदी उत्सव पर नदी बचाने के लिए ग्रीन कमांडो ने जिले के तांदुला और राजहरा डैम के संरक्षण को लेकर की अपील

बालोद। इन दिनों पूरा देश नदी उत्सव मना रहा है। जो 23 दिसंबर तक चलेगा। इस आयोजन का मकसद लोगों को नदियों के संरक्षण को लेकर जागरूक करना है। इस काम में बालोद जिले के ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह ने भी कुछ अलग करने की ठानी और लोगों को नदियां बचाने के लिए अपने चेहरे पर नदी की पेंटिंग ही कर डाली। इस पेंटिंग संदेश के साथ उन्होंने खुद राजहरा डैम में उतर कर साफ-सफाई की व जीवंत झांकी बनाकर नदियों को बचाने का संदेश दिया। उन्होंने बालोद जिले के प्रमुख राजहरा डैम और तांदुला डैम व उनकी नदियों के संरक्षण को लेकर लोगों से अपील की है ।ताकि जीवनदायिनी नदियां आने वाली पीढ़ी को भी संपोषित कर सके। ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह का कहना है कि अगर हम आज नदी बचाएंगे तो हमारा कल सुरक्षित होगा। नदियों में जल सुरक्षित होगा। अगर हम इस पर ध्यान नहीं देंगे तो एक दिन नदियां पट जाएंगे और हमारे सामने पानी का संकट भी खड़ा होगा। नदिया जीवनदायिनी है नदियों के रास्ते में किसी तरह की रुकावट नहीं आनी चाहिए। इसके लिए समय-समय पर साफ सफाई जरूरी है। नदियों में गंदगी नहीं होती अपितु लोग ही गंदगी डाल देते हैं या फिर गंदगी समय पर सफाई न होने से बढ़ जाती है। इसलिए सफाई बहुत जरूरी है। नदियों की स्वच्छता को लेकर मुहिम शुरू करने की जरूरत है। ज्ञात हो कि ग्रीन कमांडो कई वर्षों से पर्यावरण संरक्षण को लेकर काम कर रहें हैं। विविध आयोजनों के जरिए वे लोगों को पर्यावरण से प्रेम करना सिखाते हैं। अब नदी उत्सव में भी उन्होंने नदी बचाने का एक छोटा सा प्रयास किया है। उन्होंने कहा देश में नदियों के संरक्षण के लिए नदी उत्सव का आयोजन 17 दिसंबर से 23 दिसंबर तक हो रहा है।

वर्षा जल की एक बूंद बचाने के लिए देश के नदियों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं। इसके आस पास स्वच्छ रखना होगा । पॉलिथीन, प्लास्टिक, रैपर, तथा अन्य अपशिष्ट पदार्थों को कूड़े दान में डालना होगा। संरक्षण के अभाव में आज तांदुला नदी मुक्तिधाम के पास तथा राजहरा डेम साइड विलुप्ति के कगार पर है। विजय दिवस के दिन से नदी उत्सव की शुरुआत हुई है। नदी उत्सव 23 दिसंबर 2021 तक पूरे देश में मनाया जाएगा। देश भर के लगभग सभी राज्य पूरे देश में नदियों के संरक्षण और सम्मान के लिए नदी उत्सव का आयोजन कर रहे हैं। इस उत्सव में प्रमुख नदियों के रूप में शामिल हैं- गंगा, ब्रह्मपुत्र, सिंधु, महानदी, कावेरी, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा, साबरमती और सरयू। यह समारोह आजादी का अमृत महोत्सव के लिए चल रहे विभिन्न अभियानों का एक हिस्सा है, जो भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे इस आयोजन का महत्व समझते हुए ग्रीन कमांडो जिले में भी नदी बचाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहें हैं।

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