यहां आधी रात खुल रही एनिकट की गेट ,व्यर्थ बहा रहे पानी, लोगों ने उठाई रेत माफियाओं पर उंगली, कहीं ये शरारत उनकी तो नहीं?
गुंडरदेही में आधी रात को असामाजिक तत्वों ने एनीकेट के 11 गेट खोल देने से पार्षदों में आक्रोश, 6 करोड़ के एनीकेट के सभी गेट से बहता है 24 घंटा पानी,, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
गुंडरदेही/बालोद – गुंडरदेही नगर के वार्ड नंबर एक बघमरा में तांदुला नदी पर लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत से बना से एनीकेट आज अपना अस्तित्व खोने की कगार पर है। शासन प्रशासन द्वारा रख रखाव के अभाव में असामाजिक तत्व एनीकेट को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिसका खामियाजा नगर पंचायत सहित आसपास के दर्जनों ग्रामीणों को भुगतना पड़ सकता है। दरअसल सोमवार को रात्रि को असामाजिक तत्वों द्वारा तांदुला नदी में बने एनीकेट के लगभग 11 गेट को खोल दिया , इसकी सूचना मिलने पर नगरवासी डिलेश्वर सोनकर, अशोक सोनकर एवं पार्षद हरिश निषाद जब गेट को बंद करने पहुंचे तो नदी का लगभग एक फिट पानी बह गया था। वही जानकारी मिलते ही नगर पंचायत गुंडरदेही के पार्षद शंकर यादव एवं टीका राम निषाद भी मौके पर पहुंचे। इस घटना के बाद पार्षदों ने आक्रोशित होते हुए कहा कि बीते 1 साल में लगभग यह चौथी घटना है। विभागीय अधिकारियों द्वारा रखरखाव एवं असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही नहीं होने के कारण हौसला बुलंद होते जा रहा है। अगर जल्द ही इन पर कार्यवाही नहीं किया गया तो आसपास के किसान एवं पार्षद कलेक्टर से शिकायत करेंगे क्योंकि यह एनीकेट नगर पंचायत गुंडरदेही के लोगों के लिए निस्तारी एवं आसपास के ग्रामों के किसानों की सिंचाई का बहुत बड़ा साधन है।
प्रतिवर्ष दिसम्बर व जनवरी में खोला जाता है गेट, आज एक फिट पानी बहा
पार्षद टीकाराम निषाद एवं हरीश निषाद ने बताया कि जबसे एनीकेट का निर्माण हुआ है, तब से हर साल दिसंबर एवं जनवरी माह में असामाजिक तत्वों द्वारा एनीकेट के गेट को खोल दिया जाता है। इस वर्ष तो असामाजिक तत्वों ने लगभग 4 बार गेट खोले है। जिससे नदी का सैकड़ो मिलीमीटर पानी बह गया। पार्षदों ने बताया कि सोमवार को रात्रि करीब 11 बजे गेट खोला गया था। जिसको सुबह 4 बजे बंद किया गया। इस दौरान एनीकेट से लगभग 1 फीट पानी बह गया।
रेत माफियाओं की हरकत है : पार्षद टीकाराम निषाद
आगे उन्होंने अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष जनवरी एवं फरवरी माह में एनीकेट का गेट खुलना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि दिसंबर माह में कुछ रेत माफियाओं द्वारा अवैध रूप से रेत का उत्खनन एवं परिवहन करते हैं। ऐसे में प्रशासन को इनपर नजर रखकर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। अगर जल्द ही इन पर कार्यवाही नहीं किया गया तो नगरवासियों सहित आसपास के किसान को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
24 घण्टे होता है पानी का रिसाव
पार्षदों हरीश निषाद ने बताया कि आज से लगभग 6 वर्ष पूर्व करोड़ों रुपए की लागत से आसपास के दर्जनों ग्रामों के किसानों को लाभ देने जल संसाधन विभाग द्वारा इस एनीकेट का निर्माण किया गया था। परंतु रखरखाव के अभाव में आज यह एनीकेट अपना अस्तित्व खोने की कगार पर है। एनीकेट से लगातार 24 घंटे पानी का रिसाव हो रहा है। इसकी सूचना लिखित में विभागीय अधिकारियों को भी दे चुके हैं। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
पार्षद शंकर यादव, नगर पंचायत गुंडरदेही– गेट खोलने का शिकायत पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों द्वारा एसडीएम एवं थाना में दिए थे। परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है। जिसके चलते असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद होते जा रहे है।
एसडीओ जल संसाधन विभाग अर्जुन्दा, ए के सोनी– गेट खोलने का शिकायत मिला था। हम गेट बन्द करवा दिए हैं। एनीकेट के पास चपरासी नही रख सकते है। इसको नगर पंचायत को ध्यान देना चाहिए।