हाईटेक हो रहा है ये बालोद का गांव, मकसद- चोरी, अवैध शराब बिक्री, हादसे रोकना, पढ़िए आखिर ऐसा क्या कर दियें
तीसरे निगाह की जद में होगा ग्राम कुरदी, हर जगह लग रहे कैमरे, पंचायत प्रशासन करेगी अब सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
युवा सरपंच संजय साहू ने गांव की बदली तस्वीर
बालोद/अर्जुन्दा । आज गांव और शहर डिजिटल क्षेत्र में आगे बढ़ रहें है तो वहीं डिजिटल तरीके से कामकाज भी हो रहे हैं। इसी तरह अब गांव में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। ऐसा ही एक बदलाव अब ग्राम पंचायत कुरदी में भी देखने को मिलेगा। जहां पर शहरों की तर्ज पर तीसरी आंख से 24 घंटे गांव के निगरानी करेगी। यहां पर पंचायत प्रशासन द्वारा 15 वे वित्त के जरिए फंडिंग करके गांव में 15 से 20 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। उन कैमरा को लगाने का काम भी शुरू हो चुका है। इस तरह कैमरा लगाकर पंचायत प्रशासन गांव के प्रमुख स्थानों सहित संवेदनशील जगहों पर भी नजर रखेगा और किसी तरह की अपराध होने पर सुराग तलाशने में भी पुलिस को मदद करेगा। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत कुरदी बालोद से अर्जुंदा मुख्य मार्ग पर स्थित है। इस मार्ग का चौड़ीकरण होने के साथ-साथ यहां मौजूद फर्शी पत्थर खदानों की वजह से यह धीरे-धीरे औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित भी होता जा रहा है और ऐसे में एक खनिज क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान बना चुके कुरदी में सुरक्षा के लिहाज से कैमरे से निगरानी होगी।
निगरानी सहित असामाजिक तत्वों पर नजर रखना है उद्देश्य
गांव के युवा सरपंच संजय साहू ने बताया कि इन कैमरों को लगवाने का प्रमुख उद्देश्य गांव में निगरानी के साथ साथ असामाजिक तत्वों पर नजर रखना भी है। ताकि किसी तरह के अपराध घटित ना हो या कोई अपराध होता है तो फुटेज के जरिए अपराधियों को पकड़ा जा सके। गांव में बढ़ती चोरी की घटनाएं सहित अवैध शराब बिक्री पर भी इससे नजर रखी जाएगी। तो साथ ही सड़क चौड़ीकरण होने के बाद गाड़ियों की रफ्तार बढ़ चुकी है इससे आए दिन हादसे भी होते रहते हैं तो वहीं हादसों के बाद वाहन चालक टक्कर मारकर फरार हो जाते हैं। उन्हें पकड़ने के लिए भी सीसीटीवी फुटेज एक अहम कड़ी होगी। गांव के प्रमुख चौक चौराहों पर अवैध शराब बिक्री की शिकायत भी मिलती रहती तो वही कभी-कभार चोरी की घटना होने पर पता नहीं चल पाता था कि चोर किधर से आए किधर गए। गांव सब धीरे-धीरे व्यवसायिक क्षेत्र में भी विकसित हो रहा है इसलिए निगरानी जरूरी हो गई है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर उन्होंने पंचायत के 15 वे वित्त के जरिए फंड की व्यवस्था की पिछले साल इसको लेकर प्रस्ताव भेजा। अब पंचायत प्रशासन ने प्रस्ताव के आधार पर निर्धारित जगहों पर कैमरा लगाना शुरू कर दिया है।
15 से 20 जगह पर लगेंगे कैमरे
गांव में 15 से 20 जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे प्रमुख- प्रमुख स्थानों पर निगरानी हो सकेगी। अलग-अलग जगह उनका कनेक्शन रहेगा। जहां से फुटेज का वीडियो देख सकेंगे। वर्तमान में यहां पंचायत, आंगनबाड़ी, सेवा सहकारी समिति के आसपास कैमरे लगा दिए गए हैं। तो वही 1 हफ्ते के भीतर गांव के आंगनबाड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक शाला, शासकीय उचित मूल्य दुकान, सरकारी कॉन्प्लेक्स, अर्जुंदा से बालोद मुख्य मार्ग पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। ताकि ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक स्थानों को कैमरे की जद यानी निगाह में रखते हुए नजर रखी जा सके और कहीं भी कुछ घटना होती है तो इसकी जांच की जा सके।