कॉलेज की शिक्षा में बस किराया बनी बाधा, छात्रों ने जन चौपाल में पहुंचकर कलेक्टर के समक्ष रखी समस्या
बालोद कॉलेज के छात्रों ने उठाया बसों का किराया कम करने का मुद्दा
बालोद। महंगाई की मार अब बालोद जिले के महाविद्यालयों मे दिखने लगी है। कालेज के छात्रों ने नियमित छात्रों की बसों का किराया को कम करने की मांग उठाई है। इस संदर्भ में कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया है। छात्र नेता देवेन्द्र कुमार साहू के नेतृत्व में कलेक्टर को जनचौपाल में ज्ञापन सौंपा गया और उन्होंने बताया कि शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त स्नातकोतर महाविद्यालय बालोद के समस्त छात्र-छात्राएं दुर दराज और ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। जो अधिकतर गरीब एवं मध्यम वर्ग के छात्र हैं। जिनको रोजाना बसों में सफर करना पड़ता है। जिनकी शिकायत थी कि बस में किराया आम व्यक्ति के तुलना में लिया जा रहा है। जबकि नियमित छात्र प्रतिदिन बसों में अवगमन करते हैं तो बसो का किराया बहुत ज्यादा है। जिससे ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ में कॉलेज के छात्रों की मांग है कि बसों की शुल्क में 30 से 50% दिया जाए ताकि मध्यम और गरीब छात्र छात्रा कॉलेज अपनी पढ़ाई पूरी कर सके।
छात्र नेता तरुण देशमुख ने बताया कि प्रतिदिन 80 से ₹100 खर्च करके महाविद्यालय आते हैं। साथी नीरज कुमार ने बताया कि बस में सफर बहुत मुश्किल हो गया है। इस कारण हम सभी कलेक्टर परिसर में छात्रों की बसों का किराया कम करने के मांग के लिए आए थे।खीलेंद्र साहू भोजेंद्र साहू ने बताया कि मध्यम वर्गीय छात्रों को बसों में सफर करना बहुत मुश्किल हो चुका है। इसलिए कलेक्टर से मांग की गई है कि छात्रों के हित में ध्यान रखते हुए बसों के किराए कम किया जाए। ताकि गरीब और मध्यमवर्गीय छात्र अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर सके।