शा.उ.मा. वि.अछोली में हुआ छात्र संघ का गठन, छात्र पदाधिकारियों ने ली शपथ
डौंडीलोहारा। वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया को अपने अपने घरों में बंद कर दिया था। समस्त व्यवसायिक, शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ -साथ सभी आयोजनों पर प्रतिबंध था और महामारी से निपटने के लिए एक मात्र यही था।कोरोना महामारी से अगर सबसे ज्यादा कोई नुक़सान हुआ है तो वह है बच्चों की पढ़ाई का जिसकी भरपाई बहुत कठिन है। टीकाकरण के साथ धीरे धीरे स्थिति सामान्य होने लगी और अंत में स्कूलों को भी सावधानी के साथ खोला गया और स्कूलों की रौनक भी लौटने लगी है और सभी प्रकार की गतिविधियों का संचालन सावधानीपूर्वक किया जाने लगा है। इसी तारतम्य में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अछोली में छात्रसंघ का गठन किया गया जिसमें छात्र छात्राएं काफी उत्साहित नजर आए।
शाला नायक के पद पर राहुल भंडारी उपशालानायक तनुजा सिन्हा , अनुशासन सचिव राकेश पिस्दा , विज्ञान सचिव भावना सार्वा , स्वच्छता सचिव मनीषा देशलहरे , क्रीड़ा सचिव नितेश मार्गेन्द्र, सांस्कृतिक सचिव रेशमी यादव, बागवानी सचिव हितेश पटेल,छात्रा प्रतिनिधि चंचल देवांगन, स्वास्थ्य सचिव देविका साहू, नवमी अ से कक्षानायक कविता गायकवाड़,उपकक्षानायक लिलेश्वर कुमार, नवमी ब से कक्षानायक संजना निषाद, उपकक्षानायक राकेश कुमार,नवमी स से कक्षानायक मल्लिका आलेन्द्र,उपकक्षानायक चंद्रप्रकाश,दसवीं अ से कक्षानायक दुर्गा पटेल,उपकक्षानायक चंद्रशेखर, दसवीं ब से कक्षानायक पायल भुआर्य ,उपकक्षानायक साहिल भुआर्य, दसवीं स से कक्षानायक कु.कामिनी देवांगन, उपकक्षानायक निशा पटेल, ग्यारहवीं कला से कक्षानायक तरुणा ठाकुर,उपकक्षानायक रामेश्वरी ठाकुर, ग्यारहवीं विज्ञान से कक्षानायक पुष्पांजलि साहू, उपकक्षानायक टोमेश, ग्यारहवीं कामर्स से कक्षानायक प्रीतिका, उपकक्षानायक राज़ साहू, बारहवीं कला से कक्षानायक भूमिका ठाकुर, उपकक्षानायक बालचंद, बारहवीं विज्ञान से कक्षानायक मोनिका यादव उपकक्षानायक मयंक बेलान्द्रे, बारहवीं कामर्स से कक्षानायक पार्वती राणा उपकक्षानायक लुकेश कुमार। शाउमावि.अछोली क्षेत्र का सबसे बड़ा स्कूल है।नया भवन भी बनकर तैयार है, और यहां कीअच्छी पढ़ाई के कारण बच्चे दूर दूर से पढ़ने आते हैं।लाकडाउन में भी सुचारु रूप से आनलाईन कक्षाओं का संचालन किया गया। संस्था की अंग्रेजी विषय की व्याख्याता तृप्ति लता ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में शाला में कुल 650 बच्चे अध्ययनरत हैं।इस शाला से पढ़कर निकले बच्चे आज विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं,जो शाला और शिक्षकों के लिए गर्व का विषय है।