आरएसएस की तुलना नक्सलियों से करने पर सांसद प्रतिनिधि ने कहा होश हवास से परे है सीएम का बयान

बालोद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना नक्सलियों से करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सांसद प्रतिनिधि बालोद मोरध्वज साहू ने पलटवार किया है। सांसद प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री के बयान को अत्यंत दुखद और होशो-हवास से परे बताया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता प्रतिमाह मानपुर के जंगलों में बिना सुरक्षा के घुसते हैं किनकी मदद से और किनसे मिलने। वे तथाकथित आदिवासियों के नेता से क्या गुफ्तगू षड्यंत्र रचते हैं, क्या इसे मुख्यमंत्री स्पष्ट करेंगे? सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि बयान देने के पूर्व मुख्यमंत्री को थोड़े इतिहास की भी जानकारी होनी चाहिए कि, उनके पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने युद्ध, बाढ़ और महामारी में संघ की सेवा भावना को देखते हुए गणतंत्र दिवस परेड में आमंत्रित कर सम्मानित किया था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि संघ का संचालन तो देश से होता है किंतु राजीव गांधी फॉउंडेशन का संचालन और फंडिंग विदेश के किन संस्थाओं से होता है यह भी भूपेश बघेल स्पष्ट करे। मुख्यमंत्री बताएं कि राजीव गांधी फाउंडेशन में राष्ट्रहित में क्या क्या कार्य किये हैं? वे जान लें कि आरएसएस का सिद्धांत सिर्फ राष्ट्रप्रेम और राष्ट्र सर्वोपरि है। संघ की विचारधारा में धर्म, जाती, भेद का कोई स्थान नही है। ऐसे बयान देने से पूर्व उन्हें आरएसएस के सिद्धांतों का अध्ययन करना चाहिए। प्रदेश में कानून व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो चुकी है व आर्थिक स्थिति लचर है, इन्ही अकर्मण्यताओं को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संघ को अपना ढाल बना रहे हैं। सांसद प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि उत्तरप्रदेश में की गई 50-50 लाख रुपये की घोषणा वाली राशि वे कांग्रेस के पार्टी फण्ड से या राजीव गांधी फॉउंडेशन से करेंगे।

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